Newzfatafatlogo

जम्मू-कश्मीर विधायक मेहराज मलिक पर गंभीर आरोप, पुलिस में शिकायत दर्ज

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले से आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक पर महिला डॉक्टर ने गंभीर आरोप लगाए हैं। डॉ. मधु चिब ने विधायक पर सोशल मीडिया के माध्यम से धमकाने और गोपनीयता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और विधायक का पूर्व रिकॉर्ड।
 | 
जम्मू-कश्मीर विधायक मेहराज मलिक पर गंभीर आरोप, पुलिस में शिकायत दर्ज

मेहराज मलिक पर महिला डॉक्टर ने लगाए गंभीर आरोप

Mehraj Malik Patient Privacy Violation: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले से आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेज डोडा की गायनोकॉलोजी विभाग की प्रमुख डॉ. मधु चिब ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। डॉ. चिब ने विधायक पर सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें 'धमकाने', 'लैंगिक अपमान' करने और 'आपराधिक धमकी' देने का गंभीर आरोप लगाया है.


डॉ. चिब की शिकायत में क्या कहा गया?

डॉ. मधु चिब ने अपनी शिकायत में कहा, 'विधायक ने सोशल मीडिया पर मुझे 'घसीटूंगा', 'नंगा कर दूंगा' जैसे शब्दों से धमकाया। ये सिर्फ शब्द नहीं हैं, बल्कि मेरी गरिमा, सुरक्षा और पेशेवर सम्मान पर सीधा हमला है।' उन्होंने आगे कहा, 'इन शब्दों से एक महिला सरकारी अधिकारी की मर्यादा को ठेस पहुंची है, वह भी खुले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर.'


अस्पताल में घुसपैठ और गोपनीयता का उल्लंघन

डॉ. चिब ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक मलिक कई बार बिना अनुमति के अस्पताल के लेबर रूम में घुसे, जो एक संवेदनशील और प्रतिबंधित क्षेत्र होता है। उन्होंने लिखा, 'यह महिला मरीजों की गोपनीयता का घोर उल्लंघन है। उनकी हरकतें न केवल स्टाफ और मरीजों के लिए असुविधाजनक हैं, बल्कि अस्पताल की सुरक्षा और नैतिक वातावरण के लिए भी खतरा हैं.'


पुलिस ने मामला दर्ज किया

डोडा पुलिस ने मेहराज मलिक पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 356 (आपराधिक धमकी), 79 (महिला की मर्यादा भंग करने वाला इशारा या शब्द) और 351 (जानबूझकर अपमान करना जिससे शांति भंग हो) के तहत मामला दर्ज किया है.


मलिक का विवादों से पुराना नाता

यह पहली बार नहीं है जब विधायक मलिक का नाम एफआईआर में आया है। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में उन्होंने 2021 से 2024 के बीच उनके खिलाफ गंडोह थाने में दर्ज आधा दर्जन मामलों का ज़िक्र किया था, जिनमें आपराधिक धमकी, जबरन प्रवेश और समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने जैसे आरोप शामिल हैं। विधायक मेहराज मलिक से इस मामले पर प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने अपना मोबाइल फोन बंद कर रखा था.