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झारखंड में चाउमीन खाने से 35 बच्चे हुए बीमार, फूड पॉइज़निंग का संदेह

झारखंड के लातेहार ज़िले में एक ग्रामीण मेले में चाउमीन खाने के बाद 35 बच्चे संदिग्ध फूड पॉइज़निंग का शिकार हो गए। इन बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। यह घटना खाद्य सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठाती है। जानें इस घटना के बारे में और फूड पॉइज़निंग से बचने के उपाय।
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झारखंड के लातेहार में फूड पॉइज़निंग का मामला

झारखंड के लातेहार ज़िले में एक ग्रामीण मेले में चाउमीन खाने के बाद 35 बच्चे संदिग्ध फूड पॉइज़निंग का शिकार हो गए। ये बच्चे, जिनकी उम्र 2 से 15 साल के बीच है, तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराए गए, जहां उनका इलाज चल रहा है।


यह घटना बुधवार की शाम को टेमकी गाँव में हुई, जहां एक उत्सव के दौरान मेले का आयोजन किया गया था। बच्चों ने मेले में एक स्टॉल से चाउमीन खाई, जिसके कुछ समय बाद उन्हें उल्टी, पेट दर्द और निर्जलीकरण की समस्या का सामना करना पड़ा।


अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. जयप्रकाश ने बताया कि बच्चों को रात 9:30 से 10 बजे के बीच एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल लाया गया। यह स्पष्ट है कि यह फूड पॉइज़निंग का मामला है। सभी बच्चों की स्थिति अब स्थिर है और उन्हें जल्द ही छुट्टी दी जा सकती है।


इसी तरह की एक घटना कर्नाटक के मांड्या ज़िले में भी हुई, जहां एक आवासीय विद्यालय के 10 छात्र भोजन के बाद बीमार पड़ गए। छात्रों ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।


ये घटनाएं खाद्य सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठाती हैं। फूड पॉइज़निंग से बचने के लिए, सड़क किनारे और असुरक्षित स्टॉल से भोजन लेने से बचें, और बच्चों को बाहर का खाना देने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच करें। किसी भी संदिग्ध लक्षण जैसे उल्टी, दस्त या पेट दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।