डायबिटीज से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपाय
आयुर्वेद के अनुसार, डायबिटीज के रोगियों को खानपान और दिनचर्या में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने की आवश्यकता होती है। इस लेख में, हम जानेंगे कि कैसे नए अनाज, दही, और विभिन्न फलों का सेवन करने से डायबिटीज के प्रबंधन में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, त्रिफला चूर्ण और विजयसार की लकड़ी के चूर्ण जैसे आयुर्वेदिक उपायों के लाभ भी बताए गए हैं। जानें कैसे ये उपाय आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
| Dec 24, 2025, 18:36 IST
डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक सुझाव
हेल्थ कार्नर: आयुर्वेद के अनुसार, ऐसे व्यक्तियों को जो अधिक भोजन करते हैं, व्यायाम से दूर रहते हैं और नियमित स्नान नहीं करते, डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।
नए अनाज जैसे बाजरा, मक्का, दालें और चावल शरीर के तरल प्रवाह में रुकावट डाल सकते हैं। इसलिए, डायबिटीज के रोगियों को एक साल पुराना अनाज खाना चाहिए। आयुर्वेद की चरक संहिता के अनुसार, जो लोग अधिक खाते हैं, व्यायाम नहीं करते और स्नान नहीं करते, उन्हें डायबिटीज का खतरा होता है।
दही का सेवन:
नए अनाज की तरह, दही भी डायबिटीज के रोगियों के लिए भारी माना जाता है। इसका उपयोग करने से पहले मक्खन निकालना चाहिए।
खाने के बाद पानी न पिएं:

