डिप्रेशन: एक सामान्य बीमारी और इससे निपटने के उपाय

डिप्रेशन की गंभीरता
आजकल, समाज में ऐसे कई लोग हैं जो डिप्रेशन का सामना कर रहे हैं। चाहे कारण कुछ भी हो, ऐसे व्यक्तियों को सहारा देने के लिए किसी का होना बेहद जरूरी है। लेकिन अक्सर देखा गया है कि लोग डिप्रेशन से ग्रसित व्यक्तियों का मजाक उड़ाते हैं, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे वे जल्दी ठीक नहीं हो पाते और डिप्रेशन की गहराइयों में और गिरते जाते हैं। यह स्थिति हमारे देश में आत्महत्या के मामलों में वृद्धि का कारण बन रही है। कई बार मरीज को अपनी स्थिति का सही अंदाजा भी नहीं होता। यह दर्शाता है कि डिप्रेशन कितनी सामान्य समस्या बन चुकी है, जिसे अब 'कॉमन इलनेस' के नाम से भी जाना जाता है।
डिप्रेशन के लक्षण
डिप्रेशन से प्रभावित व्यक्ति के लक्षणों में नकारात्मकता का दृष्टिकोण, नींद की कमी, चिड़चिड़ापन और अकेले रहने की प्रवृत्ति शामिल हैं। ऐसे लोग हर चीज को नकारात्मक नजरिए से देखने लगते हैं और दूसरों की बातों को गलत समझते हैं।
डिप्रेशन से बचाव के उपाय
यदि कोई व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार है, तो उसे अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। अकेले रहने से वह और भी नकारात्मक हो सकता है। यदि आपको पता चले कि किसी को नींद में समस्या हो रही है, तो उसे तुरंत मनोचिकित्सक के पास ले जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्हें सामाजिक गतिविधियों में शामिल करने का प्रयास करें और उनका मनोबल बढ़ाएं। इससे वे धीरे-धीरे सकारात्मक सोचने लगेंगे और डिप्रेशन से उबरने में मदद मिलेगी।