डिप्रेशन: पहचान, लक्षण और बचाव के उपाय

डिप्रेशन की गंभीरता
लाइव हिंदी खबर :- आजकल, डिप्रेशन से ग्रस्त लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। चाहे कारण कुछ भी हो, ऐसे व्यक्तियों को सहारा देने के लिए किसी की आवश्यकता होती है। लेकिन अक्सर देखा गया है कि लोग डिप्रेशन से पीड़ितों का मजाक उड़ाते हैं, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
डिप्रेशन से ग्रस्त व्यक्ति जल्दी ठीक नहीं हो पाते और धीरे-धीरे इस बीमारी की गहराइयों में चले जाते हैं। यह एक गंभीर समस्या है, जिसके कारण आत्महत्या के मामलों में वृद्धि हो रही है। कई बार मरीज को अपनी स्थिति का सही अंदाजा नहीं होता। डिप्रेशन को अब 'कॉमन इलनेस' के रूप में भी जाना जाने लगा है।
डिप्रेशन के लक्षण
डिप्रेशन से प्रभावित व्यक्ति के लक्षणों में नकारात्मक सोच, नींद की कमी, चिड़चिड़ापन और अकेले रहने की प्रवृत्ति शामिल हैं। ऐसे लोग हर चीज को नकारात्मक दृष्टिकोण से देखते हैं और दूसरों की बातों को गलत समझते हैं।
डिप्रेशन से बचाव के उपाय
डिप्रेशन के लक्षणों की पहचान के बाद, यह जानना जरूरी है कि ऐसे व्यक्तियों का कैसे समर्थन किया जा सकता है। सबसे पहले, यदि कोई व्यक्ति अकेले रहना पसंद करता है, तो उसे अकेला न छोड़ें। अकेले रहने पर वे नकारात्मकता की ओर बढ़ सकते हैं। यदि किसी को नींद में परेशानी हो रही है, तो उसे तुरंत मनोचिकित्सक से मिलवाएं और चिकित्सा सहायता प्रदान करें। इसके अलावा, उन्हें सामाजिक गतिविधियों में शामिल करें और उनका मनोबल बढ़ाएं, जिससे वे धीरे-धीरे सकारात्मक सोचने लगें और डिप्रेशन से उबर सकें।