तनाव और चिंता से राहत पाने के लिए योगासन

तनाव और चिंता का समाधान
आजकल की तेज़-तर्रार ज़िंदगी में तनाव और चिंता आम समस्याएं बन गई हैं, जिसके कारण नींद न आना, सोते समय बेचैनी, और आराम की कमी जैसी दिक्कतें बढ़ रही हैं। कई लोग इनसे राहत पाने के लिए महंगे इलाज और दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन अक्सर कोई असर नहीं होता। आयुष मंत्रालय के अनुसार, योगासन एक प्राकृतिक उपाय है जो इन समस्याओं को दूर करने में सहायक हो सकता है। खास बात यह है कि कुछ योगासन न केवल गहरी नींद लाने में मदद करते हैं, बल्कि दिनभर के तनाव को भी कम करते हैं।
वज्रासन का महत्व
वज्रासन एक ऐसा आसन है जिसे खाने के बाद भी किया जा सकता है। यह रक्त संचार को बेहतर बनाता है और पाचन तंत्र को सहायता करता है। जब पाचन सही रहता है, तो एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं कम होती हैं, जो नींद में बाधा डाल सकती हैं। यदि आप खाने के बाद पांच से दस मिनट तक वज्रासन में बैठते हैं, तो पेट को आराम मिलता है और नींद जल्दी आती है।
वज्रासन करने का तरीका
वज्रासन में बैठने का तरीका सरल है: घुटनों के बल बैठें, पैर की उंगलियां एक-दूसरे को छूती रहें और एड़ियां अलग रखें। शरीर को सीधा रखते हुए आंखें बंद करें और सांस पर ध्यान केंद्रित करें। यह आसन पीठ के निचले हिस्से के दर्द को भी कम करता है, जो लंबे समय तक बैठे रहने के कारण होता है। इससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और मन भी शांत रहता है।
यष्टिकासन का लाभ
यष्टिकासन एक ऐसा योगासन है जो शरीर और मन दोनों को आराम देता है। यह रीढ़ की हड्डी को खींचता है और पीठ दर्द को कम करता है। तनाव और मांसपेशियों की जकड़न को दूर करके, यह आसन बेचैनी को खत्म करता है, जिससे सोते समय मन शांत रहता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं, पैरों को फैलाएं और हाथों को शरीर के बगल में रखें। फिर हाथों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर जमीन पर फैलाएं। इस स्थिति को छह सेकंड तक बनाए रखें और फिर आराम करें। इसे चार से पांच बार दोहराएं। यह खिंचाव मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और नींद के लिए मन को तैयार करता है।
भद्रासन का अभ्यास
भद्रासन एक ऐसा योगासन है जो मन को शांति प्रदान करने में मदद करता है। इस आसन में, आप अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर तलवों को मिलाते हैं और घुटनों को धीरे-धीरे फर्श की ओर दबाते हैं। हाथों को पेट पर रखकर आराम से सांस लें। यह आसन न केवल निचले हिस्से में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, बल्कि जांघ की मांसपेशियों को भी खींचता है। इस खिंचाव से बेचैनी दूर होती है और मन स्थिर हो जाता है, जो नींद के लिए आवश्यक है।