तुलसी के पत्तों से मुंह के अल्सर का प्रभावी इलाज

मुंह के अल्सर और तुलसी का महत्व
हेल्थ कार्नर :- मुंह में सफेद घाव या कभी-कभी खून आना, ये सभी लक्षण मुँह के अल्सर के संकेत हो सकते हैं। यह समस्या अक्सर पोषण की कमी के कारण होती है। इसके अलावा, अनियमित खान-पान और तनाव भी अल्सर के विकास में योगदान कर सकते हैं। यदि आप मुंह के अल्सर से परेशान हैं, तो तुलसी एक प्रभावी उपाय हो सकता है। इसके पत्तों का सेवन करने से आपको राहत मिल सकती है।
तुलसी के पत्तों में कई औषधीय गुण होते हैं, जो अल्सर जैसी समस्याओं से बचाने में मदद करते हैं। तुलसी का रस मुँह के अल्सर और गैस्ट्रिक अल्सर के उपचार में प्रभावी होता है।
तुलसी में मौजूद एडॉप्टोजेन तनाव को कम करने में सहायक होते हैं, जिससे अल्सर की समस्या में कमी आती है। इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण इसे एक प्राकृतिक ओरल कीटाणुनाशक बनाते हैं। तुलसी के पत्तों को चबाने से इसका रस मुँह में मौजूद बैक्टीरिया और कीटाणुओं को लगभग 99 प्रतिशत तक नष्ट कर देता है, जिससे अल्सर की संभावना कम होती है। इसके अलावा, यह मुँह की दुर्गंध, मसूड़ों से खून आना और दांतों के दर्द को भी रोकता है।
इस्तेमाल करने का तरीका: तुलसी के 3-4 पत्तों को चबाने के बाद 10 मिनट बाद थोड़ा पानी पी लें। इसे दिन में 2-3 बार करें। इससे आपको मुंह के अल्सर से होने वाले दर्द में भी राहत मिलेगी।