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थायराइड के लक्षण और वजन बढ़ने का संबंध: जानें क्या करें

क्या आपका वजन लगातार बढ़ रहा है? यह थायराइड की समस्या का संकेत हो सकता है। इस लेख में, हम थायराइड के कारण, लक्षण और वजन बढ़ने के संबंध को समझेंगे। जानें कि कैसे नियमित चेकअप और स्वस्थ जीवनशैली से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
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थायराइड के लक्षण और वजन बढ़ने का संबंध: जानें क्या करें

क्या आपका वजन बढ़ रहा है?

क्या आपको ऐसा लगता है कि हर महीने आपका वजन थोड़ा-थोड़ा बढ़ रहा है? क्या आपके पुराने कपड़े अब टाइट लगने लगे हैं? यदि हां, तो यह केवल आपके खानपान का परिणाम नहीं हो सकता, बल्कि यह थायराइड की समस्या का प्रारंभिक संकेत भी हो सकता है। थायराइड एक एंडोक्राइन ग्रंथि है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है। जब यह ग्रंथि कम हार्मोन का उत्पादन करती है, तो इसे हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और वजन तेजी से बढ़ सकता है.


थायराइड के कारण

थायराइड हार्मोन आपके शरीर की ऊर्जा को नियंत्रित करता है। जब इसका स्तर कम होता है, तो शरीर की कैलोरी बर्न करने की क्षमता भी घट जाती है, जिससे फैट जमा होने लगता है और वजन बढ़ता है।


मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है।


शरीर सुस्त और थका हुआ महसूस करता है।


कैलोरी का खर्च कम हो जाता है।


फैट मुख्य रूप से पेट, जांघों और चेहरे पर जमा होता है।


क्यों टाइट होते हैं कपड़े?

थायराइड के कारण वजन धीरे-धीरे बढ़ता है, जिससे आपको लगता है कि कपड़े हर महीने टाइट हो रहे हैं।


यदि हर महीने 2-3 किलो वजन बढ़ता है, तो कपड़ों की फिटिंग में बदलाव आ जाता है।


शरीर में पानी जमा होने की समस्या भी हो सकती है।


सूजन के कारण भी कपड़े टाइट हो सकते हैं।


थायराइड के लक्षण

बालों का झड़ना और त्वचा का रूखा होना।


कब्ज और डिप्रेशन की समस्या।


थकान और अधिक नींद आना।


चेहरे पर सूजन और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई।


महिलाओं में थायराइड का खतरा

महिलाओं में हार्मोनल बदलाव अधिक होते हैं, विशेषकर पीरियड्स, प्रेग्नेंसी और मेनोपोज के दौरान। इसलिए, महिलाओं को थायराइड का खतरा अधिक होता है। हार्मोनल असंतुलन से थायराइड सक्रिय हो सकता है। प्रेग्नेंसी और प्रसव के बाद भी महिलाओं में थायराइड होने की संभावना बढ़ जाती है। 30-50 वर्ष की आयु के बीच महिलाओं को थायराइड का खतरा अधिक होता है।


इलाज

नियमित चेकअप कराना आवश्यक है। हर 6 महीने में थायराइड टेस्ट कराना चाहिए।


स्ट्रेस कम करें और मेडिटेशन तथा डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।


रोजाना 7-8 घंटे की नींद पूरी करें।


योग, वॉक और स्ट्रेचिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।


गुनगुने पानी का सेवन करें और डिटॉक्स ड्रिंक्स लें।


सर्वांगासन और उष्ट्रासन जैसे योग करें।


अश्वगंधा और त्रिफला जैसे आयुर्वेदिक हर्ब्स का सेवन करें।