दक्षिण चीन सागर में चीनी और फिलीपीनी जहाजों के बीच टकराव

दक्षिण चीन सागर में टकराव की घटना
दक्षिण चीन सागर में बढ़ते तनाव के बीच, सोमवार को विवादित स्कारबोरो शोल के निकट एक फिलीपीनी गश्ती नाव का पीछा करते समय चीनी नौसेना और चीनी तटरक्षक बल के जहाजों के बीच टक्कर हो गई। यह टक्कर इतनी गंभीर थी कि प्रभावित हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया। इस घटना में चीन को करोड़ों का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। फिलीपीनी तटरक्षक बल ने इस टक्कर का एक वीडियो भी जारी किया है। बताया गया है कि उनकी नाव फिलिपीनी मछुआरों की सहायता के लिए एक मानवीय मिशन पर थी, जब चीनी सेना ने उनका पीछा किया और इसी दौरान दोनों जहाजों की टक्कर हुई।
फिलीपींस के जहाज का पीछा कर रहे थे चीनी जहाज
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिलीपीनी तट रक्षक के प्रवक्ता कमोडोर जे टारिएला ने कहा कि चीनी तट रक्षक पोत सीसीजी 3104, जो फिलीपीनी तट रक्षक पोत बीआरपी सुलुआन का तेजी से पीछा कर रहा था, ने फिलीपीनी जहाज के स्टारबोर्ड क्वार्टर से एक जोखिम भरा युद्धाभ्यास किया, जिसके परिणामस्वरूप वह पीएलए की नौसेना के जहाज से टकरा गया।
🇨🇳🇵🇭 Photos show the damage sustained by China Coast Guard vessel 3104 after a collision with the PLA-Navy Type 052D destroyer Guilin (164). The incident occurred this morning https://t.co/OaPZNUHaa0 pic.twitter.com/U8hwchkaNx
— OsintWorld 🍁 (@OsiOsint1) August 11, 2025
एक जहाज अब चलने लायक नहीं रहा
कमोडोर टारिएला ने बताया कि इस टक्कर में चीनी तट रक्षक बल के जहाज के आगे के हिस्से को गंभीर नुकसान हुआ है, जिससे वह अब समुद्र में चलने के लिए अनुपयुक्त हो गया है।
फिलीपींस का जहाज हमले से बच गया
उन्होंने यह भी कहा कि सहायता वितरित करने वाली नौकाओं की सुरक्षा कर रहा बीआरपी सुलुआन पहले भी चीनी द्वारा किए गए वाटर कैनन हमले से बच निकला था। टारिएला ने यह भी बताया कि इस भिड़ंत के बाद फिलीपीनी जहाज ने चीनी समूह को सहायता का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
चीन के क्रू ने जहाजों की टक्कर पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि वे दक्षिण चीन सागर में अपनी सीमाओं की निगरानी कर रहे हैं और फिलीपीनी जहाजों को सीमा में घुसने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
फिलीपींस के राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया
फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मनीला के संप्रभु अधिकारों की रक्षा के लिए गश्ती जहाज क्षेत्र में मौजूद रहेंगे।
यह ध्यान देने योग्य है कि स्कारबोरो शोल एक विवादित क्षेत्र है, जिस पर 2012 में चीन ने कब्जा कर लिया था। तब से यह लगातार विवाद का विषय बना हुआ है। दक्षिण चीन सागर दुनिया का सबसे व्यस्त समुद्री मार्ग है, जहां से 60% से अधिक व्यापार होता है.