दिल के दौरे के संकेत: अस्वस्थ तेल का प्रभाव और बचाव के उपाय

दिल की बीमारियों का बढ़ता खतरा
दिल के दौरे के लक्षण: वर्तमान में हृदय संबंधी समस्याओं के मामलों में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसका एक प्रमुख कारण अस्वास्थ्यकर खाना पकाने का तेल है। स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में इस विषय पर ध्यान आकर्षित करते हुए, लोगों को ओबेसिटी और अस्वस्थ तेल के सेवन के प्रति सचेत किया है। ओबेसिटी हृदयाघात के जोखिम को बढ़ाती है, और इसका मुख्य कारण खराब गुणवत्ता का तेल है।
हार्ट अटैक के 5 प्रारंभिक संकेत
सीने में दर्द:
यदि किसी को सीने में असहजता महसूस होती है, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
ऊपरी शरीर में परेशानी:
अगर किसी को अपने ऊपरी शरीर में बेचैनी, खासकर बांहों, पीठ, जबड़े या पेट में दर्द होता है, तो यह भी हृदयाघात का संकेत हो सकता है।
सांस लेने में कठिनाई:
खराब तेल का सेवन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट्स को बढ़ाता है, जिससे दिल की नसों में जमाव हो सकता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।
चक्कर आना:
बेवजह चक्कर आना बीपी कम होने का संकेत हो सकता है, जो अधिक तेल के सेवन का परिणाम हो सकता है।
पसीना आना:
तला-भुना खाना खाने से शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे अधिक पसीना निकलता है। यह हार्ट के ब्लड सर्कुलेशन में कमी के कारण होता है।
सही सुझाव क्या हैं?
आप रिफाइंड तेल के स्थान पर मूंगफली, सरसों या ऑलिव ऑयल का उपयोग कर सकते हैं। तेल का उपयोग सीमित मात्रा में करें और बार-बार गर्म करके न खाएं। अपने तेल की बोतल पर लेबल अवश्य देखें।