दिल्ली जल संकट: आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर लगाया गंभीर आरोप

दिल्ली में जल संकट पर आम आदमी पार्टी का हमला
पूर्वी दिल्ली में सीवेज के मिश्रित गंदे पानी की आपूर्ति के मामले में दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) को उच्च न्यायालय की फटकार के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला किया है। आप के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने शनिवार (5 जुलाई) को मीडिया से बातचीत में कहा, “दिल्ली में बीजेपी के चारों इंजन पूरी तरह से फेल हो चुके हैं। ये चारों मिलकर भी पिछले पांच महीनों में दिल्ली की जनता को साफ पानी नहीं दे पाए।”
वर्तमान स्थिति यह है कि दिल्ली के ऐसे क्षेत्रों में भी गंदा पानी आ रहा है, जहां पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था। लोग मजबूर होकर न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहे हैं। मुख्यमंत्री, बीजेपी के मंत्री और विधायक सभी अनसुना कर रहे हैं। जनता के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है।
हाई कोर्ट में मामला क्यों पहुंचा?
सौरभ भारद्वाज ने पानी की समस्या पर सवाल उठाते हुए कहा, “दिल्ली के लोग हाई कोर्ट क्यों जा रहे हैं? क्योंकि ना तो बीजेपी के विधायक सुन रहे हैं, ना ही सरकार के विभाग या मंत्री। जिन इलाकों में पहले गंदा पानी नहीं आता था, वहां अब गंदा पानी आ रहा है। मेरे अपने घर में, जहां हमने 8 साल पहले पानी की लाइन बदली थी, पिछले 15 दिनों से गंदा पानी आ रहा है।”
बीजेपी विधायकों का दुर्व्यवहार
उन्होंने बीजेपी विधायकों पर जनता के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। भारद्वाज ने कहा, “इस तरह की गंदी व्यवस्था और राजनीति है कि जब कोई बीजेपी विधायक के कार्यालय में शिकायत करने जाता है, तो उससे पूछा जाता है कि तुमने किसको वोट दिया? इस तरह का दुर्व्यवहार दिल्ली की जनता के साथ पहले कभी नहीं देखा गया।”
कामों में सुस्ती, केवल विज्ञापनों की प्राथमिकता
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने मौजूदा सरकार की कार्यशैली पर तंज कसते हुए कहा, “अभी तक जो काम जनता को दिख रहे हैं, उनमें से लगभग 95 प्रतिशत काम पिछली ‘आप’ सरकार ने स्वीकृत किए थे। नए कामों की शुरुआत अभी तक नहीं हो पाई है, जबकि जल बोर्ड, सीवर और हमारे इलाके के काम मेरे द्वारा स्वीकृत किए गए थे, जिसके लिए मैंने विधायक निधि दी थी।”
उन्होंने बीजेपी पर पुराने कामों को अपने नाम पर प्रचारित करने का आरोप लगाया और कहा, “बीजेपी सरकार ने अपनी नई बसें नहीं लाई, बल्कि पुरानी बसों पर लीपापोती कर दी और दावा किया कि ये उनकी हैं। इसी तरह बीजेपी ने अपने आरोग्य मंदिर नहीं बनाए, बल्कि पुराने मोहल्ला क्लीनिकों की लीपापोती कर दी और कह रहे हैं, अब ये हमारे हैं। केवल लीपापोती करने से सरकारें नहीं चलतीं, काम करना पड़ेगा।”