दिल्ली में आवारा कुत्तों को मुक्त करने वाले युवक का वीडियो वायरल

दिल्ली में कुत्तों को मुक्त करने की घटना
दिल्ली में कुत्तों को मुक्त करने वाला युवक: हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली एनसीआर से आवारा कुत्तों को हटाकर उन्हें शेल्टर में भेजने का आदेश दिया है। इस निर्णय के बाद, डॉग लवर्स में भारी नाराजगी देखी जा रही है। इसी संदर्भ में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसमें एक अज्ञात युवक दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की पशु एम्बुलेंस से आवारा कुत्तों को आज़ाद करते हुए नजर आ रहा है।
यह एम्बुलेंस कथित तौर पर कुत्तों के टीकाकरण और नसबंदी के लिए थी। इस घटना ने न केवल लोगों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि इंटरनेट पर तीखी बहस भी छेड़ दी है। कई लोग इस युवक के कार्य को गैर-जिम्मेदाराना मानते हैं, जबकि कुछ इसे सरकार और जनता के बीच अविश्वास का परिणाम मानते हैं।
MCD was taking away dogs to sterilize them.
— Incognito (@Incognito_qfs) August 17, 2025
Then this dog lover came and released them before they could be sterilized.
This huge population of stray dogs in India is because of such people only. Dog lovers just don't let anybody do their work. These jobless people are always… pic.twitter.com/XttP5Pb99C
वीडियो की जानकारी:
इस वीडियो में एक युवक एमसीडी की पशु एम्बुलेंस का दरवाज़ा खोलते हुए और उसमें बंद दो कुत्तों को छोड़ते हुए दिखाई दे रहा है। जैसे ही उसने दरवाज़ा खोला, वह तेजी से वहां से भाग गया। यह वीडियो पीछे वाली कार में बैठे एक राहगीर ने रिकॉर्ड किया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका कि यह घटना दिल्ली के किस क्षेत्र में हुई, लेकिन एमसीडी की एम्बुलेंस की उपस्थिति इसे दिल्ली से जोड़ती है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो:
यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर @Incognito_qfs द्वारा साझा किया गया, जिसमें उन्होंने लिखा, "एमसीडी कुत्तों को नसबंदी के लिए ले जा रही थी। तभी यह कुत्ता प्रेमी आया और नसबंदी से पहले ही उन्हें छोड़ दिया। भारत में आवारा कुत्तों की इतनी बड़ी आबादी ऐसे ही लोगों की वजह से है। कुत्ता प्रेमी किसी को अपना काम नहीं करने देते। ये बेरोज़गार लोग हमेशा चीज़ें बिगाड़ने के लिए मौजूद रहते हैं।"
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ:
इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। एक यूजर ने टिप्पणी की कि, "यह लोगों और सरकार के बीच अविश्वास के कारण होता है। एबीसी केंद्र बंद हैं या उनकी हालत बहुत खराब है, वे जानवरों को मारकर सीवर में डाल देते हैं। वह वीडियो भी उपलब्ध है, आपको उसे देखना चाहिए। इसलिए आप यह दावा भी नहीं कर सकते कि वे उन्हें नसबंदी के लिए ले जा रहे थे।" वहीं, एक अन्य यूजर ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा, "मुझे यकीन है कि इस डॉग लवर को स्कूटर के रजिस्ट्रेशन नंबर का उपयोग करके ट्रैक किया जा सकता है। उसे सजा दी जानी चाहिए और उसके घर में कुछ वर्षों के लिए 10 आवारा कुत्ते भेज दिए जाने चाहिए, यदि वह इतने लंबे समय तक आवारा कुत्तों के साथ जीवित रह सकता है।"