दिवाली पर भारत के प्रमुख मंदिरों की यात्रा: एक विशेष अनुभव

दिवाली का महत्व और मंदिरों की यात्रा
हिंदू धर्म में दिवाली का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह माना जाता है कि भगवान राम ने रावण का वध कर 14 वर्षों का वनवास समाप्त करने के बाद अयोध्या लौटे। इस अवसर पर अयोध्यावासियों ने नगर को सजाया और भगवान का स्वागत किया। अयोध्या में दीप जलाए गए और आतिशबाजी की गई। दिवाली पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान राम की भी पूजा की जाती है, और कई भक्त राम के मंदिर जाकर दर्शन करते हैं। यदि आप इस दिवाली को खास बनाना चाहते हैं, तो हम आपको कुछ प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताएंगे।
अयोध्या का राम मंदिर
अयोध्या की दिवाली सबसे प्रसिद्ध मानी जाती है। इस अवसर पर राम मंदिर के दर्शन करना एक विशेष सौभाग्य है। अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है, और दिवाली के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है। इसलिए, इस दिवाली अपने अनुभव को खास बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि अवश्य जाएं।
कलाराम मंदिर, नासिक
महाराष्ट्र के नासिक में स्थित कलाराम मंदिर पंचवटी में है। कहा जाता है कि भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी वनवास के दौरान यहां आए थे। इस मंदिर की स्थापना की कहानी दिलचस्प है; सरदार रंगारू ओधेकर ने सपना देखा कि गोदावरी नदी में भगवान राम की एक काली मूर्ति है। इसके बाद मूर्ति को निकाला गया, और इसी कारण मंदिर का नाम कलाराम रखा गया। दिवाली के अवसर पर इस मंदिर का दर्शन अवश्य करें।
राम राजा मंदिर, मध्य प्रदेश
यह मंदिर भारत का एक अनोखा स्थान है, जहां भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर की मूर्ति को कहीं और रखा जाना था, लेकिन एक बार इसे स्थापित करने के बाद इसे हिलाने की हिम्मत नहीं हुई। यह मंदिर एक भव्य किले के रूप में बना है, जहां हर दिन गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। दिवाली के समय इस मंदिर में अवश्य जाएं।
रामास्वामी मंदिर, तमिलनाडु
दक्षिण भारत में स्थित रामास्वामी मंदिर बेहद खूबसूरत है। इसे दक्षिण भारत की अयोध्या भी कहा जाता है। इस मंदिर में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ भरत और शत्रुघ्न जी की मूर्तियां भी हैं। यदि आप दक्षिण भारत की दिवाली का अनुभव करना चाहते हैं, तो इस मंदिर में अवश्य जाएं।
त्रिप्रायर मंदिर, केरल
केरल का त्रिप्रायर मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने यहां भगवान राम की मूर्ति स्थापित की थी। इस मंदिर में दूर-दूर से भक्त दर्शन करने आते हैं। धार्मिक मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों को बुरी आत्माओं और नजर दोष से मुक्ति मिलती है। दिवाली के दौरान इस मंदिर के दर्शन करने का अवसर न चूकें।