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ध्रुव जुरेल की शानदार पारी ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा

ध्रुव जुरेल ने हाल ही में लखनऊ में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ 140 रनों की शानदार पारी खेली, जो उनके करियर का दूसरा शतक है। इस पारी ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा है। जुरेल ने बताया कि पहले वह व्यक्तिगत स्कोर पर ध्यान देते थे, लेकिन अब टीम की जीत उनके लिए अधिक महत्वपूर्ण है। ऋषभ पंत की वापसी ने उनकी संभावनाओं को चुनौती दी है, लेकिन जुरेल का मानना है कि टीम का हिस्सा रहना भी एक बड़ा अनुभव है। जानें उनके क्रिकेट सफर के बारे में।
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जुरेल की अद्भुत पारी

दिसंबर 2022 में हुई एक गंभीर सड़क दुर्घटना के बाद जब ऋषभ पंत टीम से बाहर हुए, तब भारतीय क्रिकेट टीम को उनकी जगह भरने के लिए नए विकल्पों की तलाश करनी पड़ी। ईशान किशन और ध्रुव जुरेल को इस भूमिका के लिए आजमाया गया। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में जुरेल ने अपनी उपयोगिता को बेहतर तरीके से साबित किया है। हाल ही में लखनऊ में भारत ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच खेले गए अनौपचारिक टेस्ट में जुरेल ने 140 रनों की शानदार पारी खेली। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का केवल दूसरा शतक था, लेकिन इस पारी ने चयनकर्ताओं का ध्यान एक बार फिर उनकी ओर खींचा है। मैच ड्रा पर समाप्त हुआ, लेकिन जुरेल की यह पारी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में बस गई है।


मैच के बाद जुरेल ने कहा कि पहले वह अपने व्यक्तिगत स्कोर पर ध्यान केंद्रित करते थे, लेकिन अब टीम की जीत उनके लिए अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पहले उन्हें लगता था कि 100 या 150 रन बनाना बहुत जरूरी है, लेकिन अब टीम की जीत उन्हें ज्यादा खुशी देती है। जुरेल ने कहा कि कई बार उन्होंने 90+ स्कोर किया, लेकिन शतक नहीं बना सके। रांची टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई पारी को वह खास मानते हैं, जहां वह 'प्लेयर ऑफ़ द मैच' बने थे।


ऋषभ पंत की वापसी ने जुरेल की संभावनाओं को चुनौती दी है। जब पंत को चोट लगी थी, तब जुरेल ने दोनों पारियों में विकेटकीपिंग की थी। इसके बाद ओवल टेस्ट में भी खेलने का मौका मिला, लेकिन वहां बड़ी पारी खेलने का अवसर नहीं मिला। फिर भी, जुरेल का मानना है कि टीम के साथ रहना और ड्रेसिंग रूम का हिस्सा होना भी एक महत्वपूर्ण अनुभव है। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के साथ रहना, भले ही आप प्लेइंग XI में न हों, आत्मविश्वास को बढ़ाता है और सीनियर खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।