नमक वाले पानी में पैरों को भिगोने के अद्भुत लाभ

नमक वाले पानी में पैरों को भिगोने के फायदे
नमक वाले पानी में पैरों को भिगोने के लाभ: दिनभर की भागदौड़, काम और तनाव के बाद जब हम रात को सोने जाते हैं, तो हम केवल एक चीज़ की कामना करते हैं - आरामदायक नींद। लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें बिस्तर पर जाने के बाद भी अच्छी नींद नहीं आती या सुबह उठने पर थकान महसूस होती है। रात को पैरों को नमक वाले गुनगुने पानी में भिगोने से कई फायदे होते हैं। यह एक साधारण आदत है जो आपकी नींद और स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती है। आइए जानते हैं कि सोने से पहले पैरों को नमक वाले पानी में भिगोने के क्या लाभ हैं। आयुर्वेद में भी इस विधि को अत्यंत लाभकारी माना गया है।
पैरों को भिगोने की विधि
सोने से पहले एक बाल्टी या टब में गुनगुना पानी भरें। इसमें 2 चम्मच नमक (सामान्य नमक, सेंधा नमक या एप्सम सॉल्ट) डालें। अब अपने पैरों को इस पानी में टखनों तक डुबो दें। लगभग 15 से 20 मिनट तक आराम से बैठकर पैरों को भिगोएं। इस दौरान आप आंखें बंद करके रिलैक्स कर सकते हैं या हल्का संगीत सुन सकते हैं। इसके बाद पैरों को निकालकर साफ तौलिए से पोंछ लें, मॉइस्चराइज़र लगाएं और सोने चले जाएं।
इस उपाय के 6 प्रमुख लाभ
नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है
हम दिनभर विभिन्न स्थानों पर जाते हैं और कई लोगों से मिलते हैं, जिससे अनजाने में उनके तनाव और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव हम पर भी पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार, हमारे पैरों से जुड़ी कई नसें होती हैं, और नकारात्मक ऊर्जा इन्हीं रास्तों से बाहर निकल सकती है। नमक में यह क्षमता होती है कि वह बुरी ऊर्जा को सोख लेता है, और पानी उसे बहा देता है। इससे मन शांत होता है और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है।
शरीर और दिमाग को शांत करता है
गुनगुना पानी थकी हुई मांसपेशियों को आराम देता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है। इससे शरीर में जमा तनाव धीरे-धीरे कम होने लगता है। जब शरीर हल्का महसूस करता है, तो दिमाग भी शांत होता है और चिंता कम होती है।
गहरी और जल्दी नींद आती है
यदि आपको देर से नींद आती है या बार-बार नींद टूटती है, तो यह उपाय आपके लिए बहुत फायदेमंद है। नमक और गर्म पानी का प्रभाव नसों पर पड़ता है, जिससे दिमाग शांत होता है और मांसपेशियां ढीली पड़ती हैं, जिससे नींद जल्दी आती है और अच्छी होती है।
पैरों के कीटाणु और संक्रमण को दूर करता है
दिनभर बंद जूतों में पसीना और गंदगी जमा हो जाती है, जिससे बैक्टीरिया पनपते हैं। नमक में प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो इन बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं। इससे पैरों में खुजली, बदबू और संक्रमण की आशंका कम होती है।
पैरों के दर्द में राहत
यदि आपको पैरों में दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव या ऐंठन की समस्या है, तो यह उपाय बहुत आराम देगा। गर्म पानी और नमक मिलकर दर्द को कम करते हैं, नसों को आराम देते हैं और थकान मिटाते हैं।
शरीर की सफाई यानी डिटॉक्स
आयुर्वेद के अनुसार, हमारे पैरों से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकल सकते हैं। नमक मिला गर्म पानी इन टॉक्सिन्स को खींचकर बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे शरीर भीतर से साफ महसूस करता है और हल्कापन आता है।