Newzfatafatlogo

नींद में मुंह खुला रखना: स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव

नींद में मुंह खुला रखना एक सामान्य आदत लग सकती है, लेकिन यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह आदत नाक में रुकावट, टॉन्सिल की वृद्धि, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी हो सकती है। जानें कब आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इस समस्या से कैसे निपटा जा सकता है।
 | 
नींद में मुंह खुला रखना: स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव

नींद की आदतें और स्वास्थ्य

हमारी दैनिक आदतें, जैसे नींद, स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल सकती हैं। यदि कोई व्यक्ति बहुत ऊँचे तकिये पर सोता है, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं, बहुत पतले तकिये का उपयोग करने से भी गर्दन में समस्या उत्पन्न हो सकती है। एक और आदत, जो अक्सर अनदेखी की जाती है, वह है सोते समय मुंह का खुला रहना। यह सामान्य लग सकता है, लेकिन यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।


मुंह खोलकर सोने के दुष्प्रभाव

यदि किसी व्यक्ति को नियमित रूप से मुंह खोलकर सोने की आदत है, तो उसे नींद से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। डॉक्टर रोहित कुमार के अनुसार, बच्चों में यह आदत बलगम, खांसी या टॉन्सिल की समस्याओं का कारण बन सकती है।


नाक की समस्याएं और मुंह खोलकर सोना

दिल्ली के एम्स के डॉक्टर विजय हड्डा बताते हैं कि मुंह खोलकर सोना कभी-कभी नाक में रुकावट या बंद नाक का संकेत हो सकता है। यह स्थिति तब गंभीर हो जाती है जब व्यक्ति नाक से सांस नहीं ले पाता। मुंह से सांस लेना कभी-कभी ठीक हो सकता है, लेकिन इसे नियमित नहीं होना चाहिए।


टॉन्सिल की समस्या

सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर रोहित कुमार के अनुसार, मुंह खोलकर सोने की समस्या उन लोगों में अधिक होती है जिनके टॉन्सिल बढ़े हुए होते हैं। यह समस्या बच्चों में अधिक देखी जाती है, क्योंकि बढ़े हुए टॉन्सिल के कारण उन्हें नाक से सांस लेने में कठिनाई होती है।


नाक की हड्डी की विकृति

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रात में मुंह खोलकर सोना केवल इन बीमारियों के कारण नहीं होता। यदि किसी की नाक की हड्डी टेढ़ी हो जाती है, तो वह भी मुंह खोलकर सोता है। इसे सेप्टम कार्टिलेज कहा जाता है। यदि यह स्थिति गंभीर हो जाती है, तो सर्जरी की आवश्यकता भी हो सकती है।


डॉक्टर से कब संपर्क करें?

डॉक्टर रोहित का कहना है कि यदि किसी को मुंह खोलकर सोने की आदत हो गई है और उसे सूखी नाक की समस्या हो रही है, तो उसे डॉक्टर से मिलना चाहिए। मुंह खोलकर सोने के साथ-साथ खर्राटे लेना भी गंभीरता का संकेत हो सकता है।