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नोएडा एयरपोर्ट के लिए वन्य जीवों के संरक्षण पर 3.38 करोड़ का खर्च

ग्रेटर नोएडा में यमुना सिटी के पास बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रभावित वन्य जीवों के संरक्षण के लिए 3.38 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। राजपुरा गांव में एक आधुनिक पुनर्वास केंद्र का निर्माण किया जा रहा है, जो जून 2026 तक पूरा होगा। इस केंद्र में घायल जानवरों के लिए चिकित्सालय और अन्य सुविधाएं शामिल होंगी। जानें इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में और कैसे यह वन्य जीवों के संरक्षण में मदद करेगा।
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नोएडा एयरपोर्ट के लिए वन्य जीवों के संरक्षण पर 3.38 करोड़ का खर्च

वन्य जीवों के संरक्षण के लिए नया केंद्र

ग्रेटर नोएडा समाचार: ग्रेटर नोएडा के यमुना सिटी में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रभावित वन्य जीवों के संरक्षण और पुनर्वास हेतु 3.38 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। राजपुरा गांव में एक आधुनिक बचाव एवं पुनर्वास केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, जिसे जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।


काले हिरणों की संख्या

258 काले हिरणों की पहचान
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए 1334 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया था। इस प्रक्रिया से पहले भारतीय वन्य जीव संस्थान ने एक विस्तृत सर्वेक्षण किया, जिसमें एयरपोर्ट के 10 से 25 किलोमीटर के दायरे में वन्य जीवों की उपस्थिति की जांच की गई। सर्वेक्षण में 258 काले हिरण, 29 सामान्य हिरण, सारस, नीलगाय, चिंकारा, बंदर, और जंगली बिल्ली जैसी प्रजातियों की मौजूदगी का पता चला।


संरक्षण योजना की आवश्यकता

संस्थान की सिफारिशें
भारतीय वन्य जीव संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में इन प्रजातियों के संरक्षण और पुनर्वास के लिए एक दीर्घकालिक और संरचित योजना की आवश्यकता पर जोर दिया। इसी सिफारिश के आधार पर यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) और वन विभाग ने इस परियोजना की रूपरेखा तैयार की।


पुनर्वास केंद्र का विस्तार

10 हेक्टेयर में फैला केंद्र
राजपुरा गांव में स्थापित होने वाला यह पुनर्वास केंद्र 10 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा, जिसमें से 5 हेक्टेयर भूमि यीडा की है और बाकी 5 हेक्टेयर वन विभाग को सौंपी गई है। केंद्र को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से स्वीकृति मिल चुकी है और यहां कई सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जैसे कि घायल जानवरों के लिए चिकित्सालय, क्वारंटीन केंद्र, और अन्य आवश्यक बुनियादी ढांचे।


निर्माण और प्रबंधन

यीडा की जिम्मेदारी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि केंद्र का निर्माण यीडा द्वारा किया जाएगा, जबकि इसका संचालन और प्रबंधन वन विभाग के द्वारा किया जाएगा। यह केंद्र प्रभावित जीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और भविष्य में अन्य विकास परियोजनाओं के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य कर सकता है।