पंजाब में नशे की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का ऐलान

पुलिस का नशे के खिलाफ अभियान
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस के अभियान को तेज करने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि नशे के नेटवर्क को समाप्त करने के लिए एक दो-तरफा रणनीति अपनाई जा रही है। इसमें बड़े तस्करों को नशा पीड़ितों से अलग करने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है, जबकि नशा पीड़ितों को उपचार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उनका कहना है कि असली डीलरों को अलग करके और उन्हें कड़ी सजा देकर सप्लाई चेन को तोड़ना है।
नशा पीड़ितों के पुनर्वास पर ध्यान
डीजीपी ने कहा कि नशा पीड़ितों के पुनर्वास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने जालंधर में एक बैठक के दौरान बताया कि पंजाब पुलिस अब सूची-आधारित कार्रवाई के बजाय सूचना-आधारित कार्रवाई पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इससे सेफ पंजाब चैटबॉट पर प्राप्त शिकायतों पर तेजी से कार्रवाई की जा सकेगी।
सामाजिक सहयोग की अपील
गौरव यादव ने जनता से अपील की कि वे सेफ पंजाब चैटबॉट पर गुप्त रूप से नशे से संबंधित जानकारी साझा करें। उन्होंने बताया कि 1,121 नशा पीड़ितों को अपराधियों की तरह नहीं बल्कि पुनर्वास के लिए भेजा गया है। इसके अलावा, 5,786 नशा पीड़ितों को उपचार के लिए नशा छुड़ाने वाले केंद्रों में भेजा गया है।