पंजाब में बाढ़ राहत पर राजनीति का खेल, परगट सिंह ने उठाए सवाल

बाढ़ राहत पर गंभीर आरोप
-परगट सिंह ने कहा- राहत को भाजपा-आप ने बनाया राजनीतिक खिलौना, यह पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के साथ अपमान जैसा
-शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिन पर टीचरों पर लाठी चार्ज की परगट सिंह ने की कड़ी निंदा, कहा- यह कैसा तोहफा दे रहे सीएम मान
जालंधर: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और विधायक पद्मश्री परगट सिंह ने पंजाब सरकार की बाढ़ राहत कार्यों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बाढ़ के दौरान अपनी साख खो दी है और अब उस पर भरोसा नहीं किया जा रहा है। इसी कारण केंद्र सरकार ने राहत राशि का 1600 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में भेजने का निर्णय लिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के बयान की निंदा की, जिसमें कहा गया था कि पंजाब सरकार को राहत राशि को लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। यह बयान भ्रम पैदा करने वाला है और इससे बचना चाहिए।
परगट सिंह ने स्पष्ट किया कि यह केवल आम आदमी पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे पंजाब की साख का मामला है। जब संस्थाओं पर विश्वास टूटता है, तो लोकतंत्र कमजोर होता है। उन्होंने सवाल उठाया कि केंद्र सरकार सीधे किसानों के खातों में पैसा कैसे डाल सकती है, जबकि पंजाब में केवल किसानों का ही नहीं, बल्कि आम लोगों का भी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत कोई एहसान नहीं, बल्कि एक हक है। जिन परिवारों ने अपने घर, खेत और रोजगार खो दिए हैं, उन्हें राजनीति नहीं, बल्कि त्वरित न्याय की आवश्यकता है। राहत को राजनीतिक खिलौना बनाना पीड़ितों का अपमान है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि क्या आपके राज में पंजाब की साख इतनी गिर गई है कि राहत राशि राज्य सरकार को बाईपास करके भेजी जा रही है? परगट सिंह ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि क्या किसी राज्य सरकार को बाईपास करना लोकतंत्र को मजबूत करता है या कमजोर?
उन्होंने बीजेपी और आप सरकार से आरोप-प्रत्यारोप बंद कर तुरंत राहत राशि सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह सरकारों का कर्तव्य है, किसी पर एहसान नहीं। पंजाब सरकार की आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य को अब तक लगभग 13,289 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। 2000 से अधिक गांव डूब चुके हैं, 3.5 लाख एकड़ से अधिक खेती नष्ट हो चुकी है और कई लोगों की जान जा चुकी है। इन सभी को तुरंत राहत दी जानी चाहिए।
साथ ही, संगरूर में मुख्यमंत्री भगवंत मान के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर लाठीचार्ज की भी परगट सिंह ने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिन पर शिक्षकों पर लाठियां बरसाकर मुख्यमंत्री उन्हें क्या तोहफा दे रहे हैं? भगवंत मान सरकार को शिक्षकों के रोजगार के वादे को तुरंत पूरा करना चाहिए, ताकि उन्हें सड़कों पर धरने प्रदर्शन करने की आवश्यकता न पड़े।