पंजाब सरकार की नई छात्रवृत्ति योजना: एससी छात्रों को विदेश में पढ़ाई का मौका

विदेश में शिक्षा के लिए नई पहल
डॉ. बलजीत कौर ने की महत्वपूर्ण घोषणा
चंडीगढ़ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, पंजाब की सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग की मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि राज्य सरकार अनुसूचित जातियों के छात्रों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। उन्होंने एक नई विदेशी छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की है, जो अनुसूचित जाति के छात्रों और भूमिहीन खेत मजदूरों के बच्चों के लिए है।
छात्रों को मिलने वाली सहायता
इस योजना के तहत, योग्य छात्र (35 वर्ष से कम आयु, न्यूनतम 60% अंक, माता-पिता की वार्षिक आय 8 लाख से कम) दुनिया की शीर्ष 500 विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर सकेंगे। सरकार वीजा, हवाई टिकट, ट्यूशन फीस, वार्षिक रख-रखाव भत्ता (13.17 लाख), आपातकालीन भत्ता (1.35 लाख) और चिकित्सा बीमा प्रदान करेगी। छात्रों के लिए 30% आरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा, और प्रति परिवार अधिकतम दो बच्चे इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
स्कॉलरशिप योजना में सुधार
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि सरकार ने पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना को विवादों और अनियमितताओं से मुक्त कर दिया है। अब सभी फंड सीधे जरूरतमंद छात्रों की शिक्षा पर खर्च किए जा रहे हैं। 2022 में 1,76,842 छात्रों ने इस योजना का लाभ उठाया था, जो अब बढ़कर 2,37,456 हो गया है।
विभिन्न संस्थानों में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए वजीफा
इसके अलावा, जिन छात्रों की पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है और जो प्रमुख संस्थानों जैसे एआईआईएमएस बठिंडा, आईआईटी रोपड़, एनआईटी जालंधर आदि में पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें भी वजीफा दिया जाएगा।