पतंजलि दिव्य एसिडोग्रिट: पाचन समस्याओं का प्रभावी समाधान
पतंजलि की नई दवा से पाचन में सुधार
Patanjali News: क्या आपको खाने के बाद पेट में जलन, गैस या भारीपन का अनुभव होता है? यदि हां, तो आप अकेले नहीं हैं। भारत में लाखों लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ने से कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। पतंजलि की दिव्य एसिडोग्रिट का नियमित सेवन करने से आप इन समस्याओं से बच सकते हैं। आइए इस दवा के बारे में विस्तार से जानते हैं।
भारत में पाचन संबंधी समस्याओं का बढ़ता प्रकोप
पतंजलि के अनुसार, देश में अस्वस्थ आहार और अनियमित खाने की आदतों के कारण पाचन संबंधी विकारों में वृद्धि हो रही है। यह समस्या हर आयु वर्ग के लोगों में देखी जा रही है। एक अध्ययन के अनुसार, 49.4% लोग इस समस्या से प्रभावित हैं। 12 से 20 वर्ष के युवाओं में 21.1% को पाचन संबंधी समस्याएं हैं, जबकि 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में यह आंकड़ा 76.2% है।
पाचन संबंधी समस्याएं और उनके प्रभाव
डाइजेशन सही न होने पर निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं:
- एसिड रिफ्लक्स
- खाना ठीक से न पचना
- पेट में अल्सर
- लैक्टोज असहिष्णुता
- सीने में जलन
पतंजलि दिव्य एसिडोग्रिट के लाभ
पतंजलि रिसर्च सेंटर, हरिद्वार में निर्मित यह दवा पाचन संबंधी सभी समस्याओं को दूर करने में सहायक है। यह आयुर्वेदिक और वैज्ञानिक दोनों तरीकों से तैयार की गई है। इसका सेवन करने से गैस्ट्रिक समस्याओं में भी राहत मिलती है, जैसे कि सीने में जलन और अपच।
दवा के लाभ
- एसिडिटी और सीने की जलन में राहत
- कब्ज और गैस की समस्या को कम करना
- भोजन के पाचन में सहायता
- पेट को ठंडक और आराम देना
- पेट के भारीपन से छुटकारा दिलाना
दवा में शामिल जड़ी-बूटियां
इस दवा में निम्नलिखित जड़ी-बूटियां शामिल हैं:
- धनिया
- आंवला
- पुदीना
- कपूर
- अजवाइन
- मिश्री
- निशोथ
- हरड़
- एलोवेरा
- व्हीटग्रास
इन जड़ी-बूटियों का संयोजन पाचन संबंधी समस्याओं का प्रभावी इलाज कर सकता है।
सेवन की विधि
इस दवा का सेवन प्रतिदिन 1 से 2 टैबलेट के रूप में करें। इसे भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार लिया जा सकता है, या फिर अपने चिकित्सक की सलाह पर।
विशेषज्ञ की सलाह
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी का पालन करने से पहले विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें।
