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पालघर में चार मंजिला इमारत गिरने से 15 लोगों की मौत, बचाव कार्य जारी

महाराष्ट्र के पालघर जिले में बुधवार सुबह एक चार मंजिला इमारत का पिछला हिस्सा गिरने से 15 लोगों की जान चली गई, जिसमें एक मां-बेटी की जोड़ी भी शामिल है। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है और बचाव कार्य जारी है। इमारत का निर्माण बिना अनुमति के किया गया था, जिससे स्थानीय प्रशासन ने कार्रवाई की है। प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान की जा रही है।
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पालघर में चार मंजिला इमारत गिरने से 15 लोगों की मौत, बचाव कार्य जारी

दर्दनाक हादसा पालघर में

पालघर/विरार: महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार में बुधवार सुबह एक गंभीर घटना घटी, जब रामाबाई अपार्टमेंट नामक चार मंजिला इमारत का पिछला हिस्सा अचानक ढह गया। इस दुर्घटना में अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें एक मां और उसकी बेटी भी शामिल हैं। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है, और राहत एवं बचाव कार्य अभी भी चल रहा है।


हादसे का समय और इमारत की स्थिति

यह घटना: बुधवार को सुबह लगभग 12:05 बजे हुई। जानकारी के अनुसार, यह इमारत 2012 में बनाई गई थी, लेकिन इसके निर्माण के लिए कोई वैध अनुमति नहीं ली गई थी। वसई-विरार नगर निगम ने इसे पहले ही अवैध घोषित कर दिया था। हादसे के बाद पुलिस ने इमारत के बिल्डर को हिरासत में ले लिया है।


मलबा हटाने का कार्य

इस इमारत में कुल 50 फ्लैट थे, जिनमें से 12 फ्लैट उस हिस्से में थे जो ढह गया। हादसे के तुरंत बाद, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की दो टीमें मौके पर पहुंच गईं। प्रारंभ में मलबा हटाने का कार्य हाथों से किया गया, क्योंकि संकरी गलियों के कारण भारी मशीनें वहां नहीं पहुंच सकीं। अब मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य जारी है।


बचाव कार्य की स्थिति

जिला कलेक्टर इंदु रानी जाखड़ ने बताया कि मलबे में अभी भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। अब तक 17 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से 15 की मौत हो चुकी है, एक घायल है और दो को सुरक्षित बचा लिया गया है।


प्रभावित परिवारों की सहायता

इस हादसे ने कई परिवारों को बेघर कर दिया है। प्रभावित लोगों को चंदनसर समाजमंदिर में ठहराया गया है, जहां उन्हें खाने-पीने की चीजें, दवाइयां और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।


स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

वसई-विरार नगर निगम के सहायक आयुक्त गिल्सन गोंसाल्वेस ने बताया कि यह इमारत बिना अनुमति के बनाई गई थी। हादसे के बाद, स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की अपील की है।