पौधारोपण के लिए उपायुक्त का निर्देश, गर्मी से राहत के लिए जरूरी कदम

पौधारोपण की आवश्यकता पर उपायुक्त का जोर
अमृतसर/दीपक मेहरा : मानसून के आगमन के मद्देनजर, उपायुक्त साक्षी साहनी ने सभी विभागों के जिला प्रमुखों को निर्देशित किया है कि वे अपने कार्यालयों में पौधारोपण के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान तुरंत करें। आज इस विषय पर आयोजित एक विशेष बैठक में उपायुक्त ने कहा कि गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए पौधारोपण सबसे प्रभावी उपाय है। उन्होंने बताया कि पौधों का रोपण हमारे अस्तित्व और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य है। यह पुण्य का कार्य है और इसे सरकारी कर्तव्य के रूप में नहीं, बल्कि स्वेच्छा से करना चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि बरसात का मौसम नजदीक है, और यदि हम कुछ दिनों में स्थानों की पहचान, गड्ढे खोदने और पौधों को लगाने में चूक गए, तो हम एक और साल पीछे चले जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि वृक्ष संरक्षण नीति के तहत, एसडीएम की अनुमति के बिना गैर वन भूमि से वृक्ष काटने की अनुमति नहीं है, और भविष्य में इस तरह के कार्य को हल्के में नहीं लिया जाएगा। उन्होंने पिछले वर्ष लगाए गए पौधों का डेटा एकत्र करने का भी निर्देश दिया, ताकि यह पता चल सके कि उनमें से कितने जीवित हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि हर साल तापमान में वृद्धि हो रही है, और इसे नियंत्रित करने के लिए पौधों का रोपण और उनकी देखभाल अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने इस कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं करने की बात कही। इस बैठक में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर परमजीत कौर, एसडीएम मजीठा खुशप्रीत सिंह, डिवीजनल फॉरेस्ट अफसर राजेश कुमार और सभी विभागों के जिला प्रमुख भी उपस्थित थे।