प्रधानमंत्री मोदी की अपील: स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का समय

स्वदेशी उत्पादों की प्राथमिकता
शनिवार को वाराणसी में एक जनसभा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से 'स्वदेशी' को अपनाने और भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की। वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर 25% टैरिफ लगाने के संदर्भ में, पीएम मोदी ने कहा कि सच्ची देश सेवा अब 'मेड इन इंडिया' को अपनाने में निहित है।
आर्थिक अस्थिरता के बीच स्वदेशी का महत्व
अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने कहा, “आज पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था अस्थिरता और अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है। ऐसे में हर देश अपने-अपने हितों को प्राथमिकता दे रहा है। भारत भी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, इसलिए हमें अपने आर्थिक हितों के प्रति सतर्क रहना होगा।” उन्होंने कहा कि इस समय 'स्वदेशी' का संकल्प ही देश को आर्थिक मजबूती प्रदान कर सकता है।
टैरिफ के प्रभाव में 'मेड इन इंडिया' को बढ़ावा
प्रधानमंत्री की यह अपील उस समय आई है जब अमेरिका ने भारत सहित 70 देशों से होने वाले निर्यात पर 25% का टैरिफ लगा दिया है। उन्होंने कहा, “यह समय है जब हम सबको मिलकर 'मेड इन इंडिया' को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह केवल सरकार का अभियान नहीं है, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह देश के निर्माण में भागीदार बने।”
खरीदारी से पहले स्वदेशी का ध्यान रखें
पीएम मोदी ने लोगों से आग्रह किया कि वे हर खरीदारी से पहले यह सोचें कि क्या यह वस्तु किसी भारतीय के श्रम और हुनर से बनी है। उन्होंने कहा, “अगर किसी भारतीय की मेहनत से कोई वस्तु बनी है, तो वह स्वदेशी है। हमें उसी का चुनाव करना चाहिए।” दुकानदारों से भी उन्होंने अनुरोध किया कि वे त्योहारों और शादियों के सीजन में केवल स्वदेशी सामान बेचने का प्रण लें।
स्वदेशी का जन आंदोलन
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समय केवल सरकार की कोशिशों पर निर्भर रहने का नहीं है, बल्कि हर राजनीतिक दल और नेता को 'स्वदेशी' की भावना को जागृत करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा, “स्वदेशी की भावना को अपने हर कदम में अपनाएं- यही गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जब हर भारतीय इस दिशा में एकजुट होकर आगे बढ़ेगा, तभी हम विकसित भारत का सपना साकार कर पाएंगे।”