Newzfatafatlogo

प्रयागराज में ज्येष्ठ माह के चौथे मंगलवार पर हनुमान जी की पूजा

प्रयागराज में ज्येष्ठ माह के चौथे मंगलवार को भक्तों ने लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर में दर्शन और पूजा की। इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि भक्तों का मानना है कि इस दिन की गई पूजा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भक्तों ने मंदिर परिसर में जयकारे लगाए और लड्डू चढ़ाने के लिए होड़ लगाई। जानें इस दिन की विशेषता और भक्तों की भावनाएं।
 | 
प्रयागराज में ज्येष्ठ माह के चौथे मंगलवार पर हनुमान जी की पूजा

हनुमान जी के दर्शन का महोत्सव

प्रयागराज: ज्येष्ठ माह के चौथे मंगलवार को प्रयागराज के बंधवा में स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें सुबह से ही लगनी शुरू हो गईं। भक्तों ने हनुमान जी का दर्शन और पूजन करते समय मंदिर परिसर में जय श्रीराम और जय-जय हनुमान के जयकारे गूंजाए। बड़े मंगल का यह पर्व 13 मई से आरंभ हुआ था और यह 10 जून तक चलेगा।


इस अवसर पर भक्तों ने तुलसी की माला और लड्डू चढ़ाने के लिए होड़ लगाई। मंदिर परिसर में भक्त हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते रहे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे, ताकि वे बिना किसी परेशानी के दर्शन कर सकें और सुरक्षित अपने घर लौट सकें। ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को बड़ा या बुढ़वा मंगल कहा जाता है, जब विशेष रूप से भगवान हनुमान जी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन बजरंगबली की उपासना और उपवास रखने से भक्त की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।


दर्शन के लिए आईं श्रद्धालु रीता ने कहा कि आज ज्येष्ठ माह का चौथा मंगल है, इसलिए यहां दर्शन करने का विशेष महत्व है। बजरंगबली के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ है। अंकित पांडे ने बताया कि उन्होंने अपने अच्छे भविष्य की कामना के लिए बजरंगबली से प्रार्थना की है। वह अभी पढ़ाई कर रहे हैं और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने भगवान से जल्द नौकरी की याचना की है।


सुधाकर मिश्रा ने कहा कि लोग दूर-दूर से यहां दर्शन करने आते हैं। उन्होंने पूजा कर अपने परिवार में सुख और शांति की कामना की है। संजय ने बताया कि आज ज्येष्ठ माह का चौथा मंगल है, जिसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है। संगम पर लेटे हनुमान जी का बहुत महत्व है। यहां पूजा करने के बाद की गई कामना सफल होती है। हम हर मंगलवार को यहां आते हैं, लेकिन आज का दिन विशेष है। एक अन्य श्रद्धालु ने कहा कि संगम नगरी में बड़े हनुमान महाराज के दरबार में आकर उन्होंने परिवार के स्वास्थ्य और सुख-शांति की कामना की है।