प्रोजेक्ट जीवनजोत-2: बच्चों के लिए नई उम्मीद की किरण

बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष अभियान
डॉ. बलजीत कौर द्वारा जानकारी साझा की गई
चंडीगढ़। प्रोजेक्ट जीवनजोत-2, भीख मांगने वाले बच्चों के लिए एक नई आशा बनकर उभरा है। प्रदेश की कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि हाल ही में 19 विशेष छापों के दौरान 6 बच्चों को भीख मांगने से बचाया गया। इस अभियान के तहत अब तक 203 बच्चों को सुरक्षित किया जा चुका है। यह अभियान अब जमीनी स्तर पर प्रभावी होता दिख रहा है, क्योंकि नियमित जांचों के कारण रेस्क्यू किए जाने वाले बच्चों की संख्या में कमी आई है। यह दर्शाता है कि समाज में जागरूकता बढ़ रही है और माफियाओं के हौसले कमजोर हो रहे हैं।
बच्चों का रेस्क्यू और उनकी देखभाल
मंत्री ने बताया कि आज बरनाला से 1, मलेरकोटला से 3 और श्री मुक्तसर साहिब से 2 बच्चों को रेस्क्यू किया गया। इनमें से 4 बच्चों को उनके माता-पिता के पास भेजा गया, जबकि 2 बच्चों को बालगृह में भेजा गया है। अब तक कुल 105 बच्चों को सुरक्षित बालगृहों में भेजा गया है, जहां उन्हें शिक्षा, भोजन और रहने की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
सख्त कानूनी कार्रवाई का आश्वासन
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि यदि बच्चों और उनके साथ मौजूद व्यक्तियों के संबंधों पर संदेह होता है, तो डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो लोग बच्चों को भीख मांगने के लिए मजबूर करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पंजाब सरकार इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
रेस्क्यू किए गए बच्चों को समाज सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा जा रहा है, ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आवास और भोजन मिल सके। डॉ. बलजीत कौर ने पंजाबवासियों से अपील की कि वे किसी भी बच्चे को भीख न दें और यदि कोई बच्चा भीख मांगता दिखाई दे, तो तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचना दें।