फरीदाबाद में 18 गांवों की भूमि पर आधुनिक औद्योगिक टाउनशिप का निर्माण

फरीदाबाद औद्योगिक टाउनशिप: एक नई शुरुआत
फरीदाबाद औद्योगिक टाउनशिप: 18 गांवों की भूमि पर एक आधुनिक शहर का निर्माण, भूमि दरें दोगुनी होंगी: हरियाणा सरकार की यह योजना फरीदाबाद को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अगला औद्योगिक और आवासीय केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के तहत, फरीदाबाद और पलवल के 18 गांवों में लगभग 45 एकड़ भूमि पर 12 नए सेक्टर विकसित किए जाएंगे।
(हरियाणा मास्टर प्लान 2021) के अनुसार, सेक्टर 94A, 96, 96A, 97A, 99, 100, 101, 102, 103, 140, 141 और 142 का विकास किया जाएगा। इनमें से (फरीदाबाद सेक्टर 100) को व्यावसायिक और (फरीदाबाद सेक्टर 96A) तथा (फरीदाबाद सेक्टर 97A) को सार्वजनिक उपयोगिता स्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां स्कूल, अस्पताल और कार्यालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
बेहतर कनेक्टिविटी: एयरपोर्ट और एक्सप्रेसवे के निकटता
इस टाउनशिप की सबसे बड़ी विशेषता इसकी स्थिति है। यह (दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे) और (जewar एयरपोर्ट कनेक्टिविटी) के निकट होगी। इससे निवासियों को बेहतर परिवहन और सुविधाएं प्राप्त होंगी, और यह क्षेत्र निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन जाएगा।
फरीदाबाद और पलवल के 9 गांवों में 9000 एकड़ भूमि पर एक अत्याधुनिक औद्योगिक टाउनशिप का निर्माण किया जाएगा। यह (फरीदाबाद औद्योगिक हब) के रूप में विकसित होगी, जिससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
इसका निर्माण (हरियाणा राज्य औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम) द्वारा किया जाएगा। इसके बाद, आसपास के गांवों की भूमि की कीमतों में भारी वृद्धि की संभावना है।
किसानों के लिए सुनहरा अवसर: 31 अगस्त तक आवेदन करें
जिन किसानों की भूमि इस योजना में शामिल है, वे 31 अगस्त तक (ebhoomi application) पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद, विभागीय अधिकारी भूमि की कीमत तय करेंगे। यदि किसान सहमत होते हैं, तो रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अधिग्रहण में शामिल गांवों में सोतई, सुनपेड़, साहुपुरा, मलेरना, जाजरू, खेड़ी कलां, नचौली, ताजापुर, ढहकोला, शाहबाद, बदरपुर सैद, भैंसरावली, फत्तुपुरा, भुआपुर, जसाना, फरीदापुर, सदपुरा और तिगांव शामिल हैं। यह योजना किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिससे उन्हें बेहतर मुआवजा और भविष्य में भूमि की बढ़ी हुई कीमत का लाभ मिलेगा।