फास्ट फूड का सेवन: स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव

स्वस्थ जीवनशैली के लिए संतुलित आहार
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक संतुलित और पौष्टिक आहार के साथ नियमित दिनचर्या का पालन करना आवश्यक है। हालांकि, युवा वर्ग खानपान और जीवनशैली में संतुलन बनाए रखने में असफल हो रहा है। वे सप्ताह में एक से लेकर सात बार तक फास्ट फूड का सेवन कर रहे हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन रहा है। आइए जानते हैं इस पर विशेषज्ञों की राय।
बार-बार भूख लगने की समस्या
कामकाजी दंपती और घर से दूर रहने वाले युवा शाम के समय फास्ट फूड का अधिक सेवन करते हैं। यह तात्कालिक रूप से पेट भर देता है, लेकिन फाइबर और प्रोटीन की कमी के कारण बार-बार भूख लगने और खाने के विकारों की समस्या उत्पन्न हो सकती है। लंबे समय तक इस तरह के आहार से मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, लिवर और आंतों का कैंसर, पीसीओडी और चेहरे पर दाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
पाचन तंत्र पर प्रभाव
सप्ताह में सात बार जंक फूड का सेवन करने से पेट में मैदा, नमक और प्रिजर्वेटिव युक्त खाद्य पदार्थों की अधिकता हो जाती है। इससे एसिडिटी बढ़ सकती है, खट्टी डकारें आ सकती हैं और पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, शरीर में ग्लूकोज का स्तर तेजी से बढ़ने से मधुमेह के मरीजों का शुगर लेवल और वजन बढ़ सकता है।