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फैटी लिवर के लिए प्रभावी देसी चाय के लाभ और बनाने की विधि

फैटी लिवर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो गलत खान-पान और जीवनशैली के कारण होती है। इस लेख में, हम आपको एक प्रभावी देसी चाय के बारे में बताएंगे, जो ग्रेड 1 फैटी लिवर के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। जानें इस चाय के लाभ और इसे बनाने की सरल विधि, जिससे आप अपने लिवर को स्वस्थ रख सकें।
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फैटी लिवर के लिए प्रभावी देसी चाय के लाभ और बनाने की विधि

फैटी लिवर की समस्या और देसी चाय का महत्व

आजकल की अस्वस्थ जीवनशैली और गलत खान-पान का सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है, विशेषकर लिवर पर। नियमित रूप से अनहेल्दी खाने की आदतों के कारण फैटी लिवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जब लिवर में वसा जमा होने लगता है, तो इसे फैटी लिवर कहा जाता है। प्रारंभ में इसके कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन यदि इसे नजरअंदाज किया जाए, तो लिवर को नुकसान पहुंच सकता है। यदि आपकी रिपोर्ट में ग्रेड 1 फैटी लिवर का उल्लेख है, तो आपको अपनी डाइट और जीवनशैली में बदलाव करना चाहिए.


Grade 1 Fatty Liver के लक्षणों को कम करने वाली चाय

विशेषज्ञों के अनुसार, यदि आपकी रिपोर्ट में फैटी लिवर ग्रेड 1 पाया गया है, तो आप इस लिवर डिटॉक्स चाय का सेवन कर सकते हैं। यह चाय लिवर को साफ रखने, सूजन को कम करने और शरीर को स्वाभाविक रूप से डिटॉक्स करने में मदद करती है.


- डंडेलियन रूट बाइल प्रोडक्शन को बेहतर बनाता है, शरीर में जमे हुए टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और लिवर को डिटॉक्स करता है.


- धनिया की पत्तियां लिवर की सूजन को कम करती हैं और भारी भोजन के बाद शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती हैं.


- हल्दी में मौजूद कर्क्युमिन लिवर में जमे हुए फैट को कम करता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाले नुकसान से लिवर कोशिकाओं की रक्षा करता है.


- काली मिर्च कर्क्युमिन के अवशोषण को बढ़ाती है और लिवर एंजाइम्स के स्राव को बेहतर बनाती है.


चाय बनाने की विधि

- सबसे पहले एक पैन में एक गिलास पानी डालें.


- इसमें डंडेलियन रूट टी डालें.


- फिर धनिये की पत्तियां डालें.


- अब एक चुटकी हल्दी और काली मिर्च डालें.


- इसे अच्छे से उबालकर छान लें.


- इस चाय का सेवन दिन में एक बार अवश्य करें.