बच्चों की ग्रोथ में विटामिन डी की भूमिका: जानें इसके महत्व
विटामिन डी बच्चों के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो उनकी हड्डियों को मजबूत बनाने और लंबाई बढ़ाने में मदद करता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि विटामिन डी की कमी कैसे बच्चों की ग्रोथ को प्रभावित कर सकती है, इसके स्वास्थ्य पर प्रभाव, और माता-पिता को अपने बच्चों को धूप में खेलने के लिए क्यों प्रेरित करना चाहिए। जानें कि विटामिन डी की कमी से रिकेट्स, मोटर विकास और मस्तिष्क विकास पर क्या असर पड़ सकता है।
Sep 18, 2025, 12:36 IST
| 
विटामिन डी: बच्चों के लिए आवश्यक पोषक तत्व
बच्चों के लिए विटामिन डी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। यह विटामिन उनकी हड्डियों को मजबूत बनाने और लंबाई बढ़ाने में मदद करता है। हालांकि, यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि बच्चों की ऊंचाई कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे उनकी शारीरिक गतिविधि और आनुवंशिकी। यदि हम बच्चों की वृद्धि की बात करें, तो कई लोग मानते हैं कि विटामिन डी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि क्या विटामिन डी की कमी बच्चों की वृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
विटामिन डी की कमी और बच्चों की ग्रोथ
बच्चों की वृद्धि के लिए विटामिन डी अत्यंत आवश्यक है। लेकिन केवल आहार के माध्यम से इसकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। इसलिए, माता-पिता को अपने बच्चों को धूप में खेलने के लिए प्रेरित करना चाहिए, क्योंकि धूप विटामिन डी का मुख्य स्रोत है।
रिकेट्स का खतरा
यदि बच्चे पर्याप्त विटामिन डी नहीं लेते हैं, तो उनकी वृद्धि प्रभावित हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि विटामिन डी की कमी से बच्चों को रिकेट्स जैसी स्थिति हो सकती है, जिसमें हड्डियाँ कमजोर और मुलायम हो जाती हैं, जिससे चलने में कठिनाई हो सकती है।
ऊंचाई में बाधा
विशेषज्ञों के अनुसार, जब बच्चों को विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा नहीं मिलती, तो उनकी ऊंचाई में वृद्धि में बाधा आ सकती है। विटामिन डी की कमी से शरीर में अन्य पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जिससे कैल्शियम का अवशोषण भी प्रभावित होता है।
मोटर विकास
एक स्वास्थ्य रिपोर्ट के अनुसार, यदि बच्चों को विकास के दौरान पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिलता है, तो उनके मोटर विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसका मतलब है कि बच्चों के मांसपेशियों के समूहों की गति सीखने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
ब्रेन विकास
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि विटामिन डी का मस्तिष्क विकास से भी गहरा संबंध है। विशेषज्ञों का कहना है कि विटामिन डी न्यूरोएक्टिव स्टेरॉइड की तरह कार्य करता है, जो बच्चों के मस्तिष्क विकास के लिए आवश्यक है। यदि बच्चों को विकास के दौरान विटामिन डी नहीं मिलता, तो न्यूरोसाइकिएट्रिक विकारों का खतरा बढ़ सकता है।