बच्चों की मालिश के लिए सही तेल का चयन कैसे करें?

बच्चे की स्वास्थ्य के लिए मालिश का महत्व
बच्चे की सेहत: भारत में बच्चों की मालिश एक महत्वपूर्ण परंपरा मानी जाती है। दादी-नानी इस प्रक्रिया को पीढ़ी दर पीढ़ी सिखाती आ रही हैं। कहा जाता है कि मालिश से बच्चों की हड्डियाँ मजबूत होती हैं, उनकी वृद्धि में सुधार होता है और वे जल्दी चलने-फिरने लगते हैं। लेकिन एक सवाल जो अक्सर माताओं को परेशान करता है, वह है कि बच्चों की मालिश के लिए कौन सा तेल सबसे उपयुक्त है। इस संदर्भ में, पीडियाट्रिशियन डॉ. रवि मलिक ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि किस तेल का उपयोग करना चाहिए और किससे बचना चाहिए। उनका कहना है कि गलत तेल का उपयोग बच्चे की त्वचा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आइए जानते हैं कि बच्चों की मालिश के लिए कौन सा तेल सही है।
बच्चे की मालिश के लिए सर्वोत्तम तेल
डॉ. रवि मलिक के अनुसार, इंडियन अकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के दिशा-निर्देशों के अनुसार, बच्चों की मालिश के लिए नारियल का तेल, तिल का तेल या सूरजमुखी का तेल उपयुक्त हैं। ये तेल बच्चे की त्वचा को नुकसान नहीं पहुँचाते हैं और इसलिए इन्हें सुरक्षित माना जाता है। ध्यान दें कि केवल खाने योग्य नारियल का तेल, जो कोल्ड प्रेस्ड हो, का उपयोग करें।
कौन सा तेल नहीं करना चाहिए इस्तेमाल?
मालिश के लिए अवॉयड करें: डॉ. मलिक का कहना है कि सरसों का तेल बच्चों की मालिश के लिए उपयुक्त नहीं है। यह बच्चे की त्वचा के बैरियर को नुकसान पहुँचा सकता है और इससे खुजली या जलन हो सकती है। इसके अलावा, किसी भी प्रकार के मेडिकेटेड या केमिकल युक्त तेलों का उपयोग नहीं करना चाहिए। सादे, बिना सुगंध और केमिकल वाले तेलों का चयन करना चाहिए।
पैच टेस्ट का महत्व
किसी भी तेल का उपयोग करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि बच्चे की त्वचा पर कोई लाल चकत्ते या खुजली नहीं हो रही है। इसके लिए पैच टेस्ट करें। कोहनी के पास एक छोटे से हिस्से पर तेल लगाएं और देखें कि कोई रिएक्शन होता है या नहीं। यदि कोई रिएक्शन नहीं होता है, तो यह तेल बच्चे के लिए सुरक्षित है।