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बच्चों को दूध देने का सही तरीका और समय

सर्दियों में दूध का सेवन बच्चों के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन क्या हर दिन दूध देना सही है? इस लेख में जानें कि बच्चों को दूध कब और कैसे देना चाहिए। सही समय और मात्रा जानने से बच्चों को पाचन संबंधी समस्याओं से बचाया जा सकता है।
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बच्चों को दूध देने का सही तरीका और समय

दूध का महत्व और बच्चों के लिए सही समय

नई दिल्ली: सर्दियों में दूध का सेवन सभी उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है। इस मौसम में दूध के साथ गुड़, खजूर और केसर का सेवन भी किया जाता है। हालांकि, बच्चों को दूध पिलाने पर विशेष ध्यान दिया जाता है, क्योंकि उनकी उम्र तेजी से बढ़ती है और इस दौरान मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए दूध आवश्यक होता है। लेकिन क्या हर बच्चे को रोजाना दूध पीना चाहिए?


हर बच्चे की पाचन क्षमता अलग होती है। इसलिए, दूध को जबरदस्ती न पिलाएं, पहले उनके पाचन को समझें। आयुर्वेद के अनुसार, सही दूध, सही मात्रा में और सही समय पर पीने से ही सही पोषण मिलता है। आइए जानते हैं कि दूध क्यों जरूरी है।


बच्चों की ग्रोइंग स्टेज में मांसपेशियों को मजबूत करने, हड्डियों को सशक्त बनाने, लंबाई बढ़ाने और दांतों की मजबूती के लिए दूध आवश्यक है। लेकिन हर दिन बच्चों के लिए दूध का सेवन एक जैसा नहीं होता। बच्चों की पाचन शक्ति जल्दी प्रभावित हो सकती है, इसलिए रोजाना दूध पिलाना जरूरी नहीं है।


अब सवाल यह है कि बच्चों को कब दूध नहीं देना चाहिए। यदि बच्चों को बार-बार खांसी, पेट फूलने, गैस बनने, पेट खराब होने या भूख न लगने की समस्या हो, तो उन्हें दूध नहीं देना चाहिए। ये लक्षण इस बात का संकेत हैं कि बच्चे दूध पचाने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं। बच्चों की पाचन शक्ति वयस्कों की तुलना में कमजोर होती है और दूध को पचाने में पेट को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। दूध को पचाने में कम से कम 2-3 घंटे लगते हैं। ऐसे में बच्चों को दूध न दें।


अब यह जानना भी जरूरी है कि बच्चों को दूध कैसे देना चाहिए। सबसे पहले, बच्चों को हमेशा गर्म दूध दें। गर्म दूध से पेट में गैस और फूलने की समस्या कम होती है और सर्दियों में शरीर भी गर्म रहता है। दूसरा, बच्चों को रात के समय दूध न दें। रात में शरीर गतिविधि नहीं कर पाता, जिससे दूध पचाने में कठिनाई हो सकती है। तीसरा, बच्चों को खाली दूध न दें। दूध में केसर, हल्दी या सौंठ मिलाकर दें, इससे बच्चों को दूध पचाने में मदद मिलेगी।