बरसात में सेहत के लिए आवश्यक मसाले: अदरक, हिंग और अजवाइन
बरसात के मौसम में मसालों का महत्व
दुनिया भर में रसोई में मसाले एक अनिवार्य तत्व हैं, लेकिन भारतीय रसोई में इनकी विविधता सबसे अधिक है। ये न केवल हमारे भोजन में स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं। मानसून के दौरान मसालों का सेवन करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह मौसम न केवल बारिश लाता है, बल्कि प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर और पाचन को धीमा भी कर सकता है। हल्का भोजन करना इस मौसम में उचित है, लेकिन डायरिया, सर्दी, फ्लू और डेंगू जैसी बीमारियों से बचने के लिए मसालों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
यहां कुछ महत्वपूर्ण मसाले दिए गए हैं, जो बरसात के मौसम में आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं:
हिंग (या हींग) - यह पाचन को बेहतर बनाने में सहायक है और पेट फूलने की समस्या को दूर करता है। यह पेट दर्द के लिए भी लाभकारी है। छोटे बच्चों के लिए, पानी में घुला हिंग एक सामान्य घरेलू उपाय है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटिफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं। इसे 1918 के स्पेनिश फ्लू के दौरान भी इस्तेमाल किया गया था और यह H1N1 के खिलाफ भी प्रभावी पाया गया। इस मसाले का सेवन करके आप न केवल बारिश के मौसम में बल्कि COVID-19 महामारी के खिलाफ भी सुरक्षा कर सकते हैं।
अदरक - यह पाचन में मदद करता है, खासकर मानसून के दौरान जब भोजन से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अदरक गले में खराश, सर्दी और खांसी के लिए एक प्रभावी उपाय है। इसमें एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो फ्लू से राहत दिलाते हैं। यह एक प्राकृतिक expectorant है, जो फेफड़ों में बलगम को कम करता है।
अजवाइन - इसे पाचन उत्तेजक माना जाता है। यह मतली और पेट दर्द को कम करने में मदद करता है, जो कमजोर पाचन तंत्र के सामान्य लक्षण हैं। इसमें आवश्यक तेल, बायोएक्टिव यौगिक और खनिज होते हैं। अजवाइन का पानी पीने से आप अपने पाचन को स्वस्थ रख सकते हैं।
