बाढ़ के बाद कीचड़ में ट्रैक्टर चलाने के लिए उपयोगी सुझाव

खेतों की तैयारी के लिए ट्रैक्टर का सही उपयोग
सही ट्रैक्टर और सावधानी से काम करने से खेतों की बुवाई की तैयारी संभव है
Tractor Tips, नई दिल्ली: इस वर्ष भारत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में मॉनसून के दौरान बाढ़ आई है, जिससे किसान चिंतित हैं। उन्हें रबी सीजन की तैयारी करनी है, लेकिन खेतों में पानी के उतरने के बाद कीचड़ और गाद रह गई है।
इस स्थिति में खेती करना और ट्रैक्टर का सही उपयोग करना किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण हो जाता है। यदि सही तकनीक और सावधानियों का पालन किया जाए, तो कीचड़ भरे खेतों में ट्रैक्टर का उपयोग सुरक्षित और सरल हो सकता है।
सावधानियों का ध्यान रखें
बाढ़ के बाद कीचड़ भरे खेतों में ट्रैक्टर का उपयोग सोच-समझकर करना आवश्यक है। सही ट्रैक्टर और उपकरण का चयन करके और नियंत्रित तरीके से काम करके किसान खेतों को जल्दी तैयार कर सकते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां दी गई हैं:
- खेत की स्थिति का मूल्यांकन करें: बाढ़ के बाद खेत की सतह और मिट्टी की नमी की जांच करें। अत्यधिक गीली और दलदली जमीन पर तुरंत ट्रैक्टर चलाना उचित नहीं है, क्योंकि इससे ट्रैक्टर धंस सकता है और मिट्टी की संरचना प्रभावित हो सकती है।
- उपयुक्त ट्रैक्टर और उपकरण का चयन करें: बड़े और भारी ट्रैक्टर की बजाय मध्यम आकार के ट्रैक्टर अधिक प्रभावी होते हैं। चौड़े टायर वाले या डुअल व्हील ट्रैक्टर कीचड़ में अधिक स्थिर रहते हैं। रोटावेटर और हैरो जैसे उपकरण खेत की सतह को समतल करने में मदद करते हैं।
- टायर प्रेशर पर ध्यान दें: कीचड़ में ट्रैक्टर फंसने का खतरा होता है। इसलिए टायर का प्रेशर थोड़ा कम करें ताकि ग्रिप बेहतर हो सके।
- धीरे चलाएं: ट्रैक्टर को तेज गति से चलाना खतरनाक हो सकता है। गीली मिट्टी में धीरे-धीरे चलाएं। यदि ट्रैक्टर फंसने लगे, तो अचानक एक्सीलरेटर न दबाएं, बल्कि धीरे-धीरे गियर बदलें।
- ड्रेनेज की व्यवस्था करें: यदि खेत में पानी भरा है, तो पहले छोटी नालियां बनाकर पानी निकालें। इससे मिट्टी जल्दी सूखेगी और ट्रैक्टर चलाना आसान होगा।
- सही समय का चुनाव करें: ट्रैक्टर तभी चलाएं जब मिट्टी थोड़ी सख्त हो जाए। अत्यधिक गीली स्थिति में ट्रैक्टर का उपयोग करने से मशीनरी को नुकसान हो सकता है।
- सुरक्षा का ध्यान रखें: कीचड़ भरे खेतों में काम करते समय फिसलन का खतरा अधिक होता है। इसलिए हमेशा अनुभवी ड्राइवर से ट्रैक्टर चलवाएं और पास में रस्सी या चेन रखें ताकि जरूरत पड़ने पर ट्रैक्टर को खींचा जा सके।