ब्लैक कॉफी के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव: जानें क्या हैं नुकसान
ब्लैक कॉफी का बढ़ता चलन
नई दिल्ली: आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में ब्लैक कॉफी को ऊर्जा बढ़ाने वाले पेय के रूप में देखा जा रहा है। वजन कम करने और सतर्क रहने के लिए लोग दिन में कई कप ब्लैक कॉफी का सेवन कर रहे हैं।
अधिक ब्लैक कॉफी के दुष्प्रभाव
हालांकि, पोषण विशेषज्ञों का मानना है कि अत्यधिक ब्लैक कॉफी का सेवन शरीर के संतुलन को बिगाड़ सकता है। सीमित मात्रा में यह फायदेमंद हो सकती है, लेकिन अधिकता नुकसानदायक साबित हो सकती है।
कैफीन का प्रभाव
बार-बार कॉफी पीने का असर
दिनभर में बार-बार ब्लैक कॉफी पीने से शरीर में कैफीन की मात्रा बढ़ जाती है। अधिक कैफीन नर्वस सिस्टम को अधिक उत्तेजित कर सकता है, जिससे बेचैनी, चिड़चिड़ापन और हाथों में कंपन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कई लोग बिना किसी कारण घबराहट महसूस करने लगते हैं, जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है।
नींद पर प्रभाव
ब्लैक कॉफी का नींद पर असर
अधिक ब्लैक कॉफी का सेवन नींद पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। शाम के समय या बार-बार कॉफी पीने से नींद में कठिनाई होती है और नींद की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। लगातार नींद की कमी से थकान, सिरदर्द और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
पाचन तंत्र पर प्रभाव
एसिडिटी और पेट दर्द
ब्लैक कॉफी का पाचन तंत्र पर भी असर पड़ता है। खाली पेट कॉफी पीने से एसिडिटी, जलन और पेट दर्द की समस्या हो सकती है। जिन लोगों को पहले से गैस या एसिड रिफ्लक्स की समस्या है, उनके लिए अधिक ब्लैक कॉफी जोखिम बढ़ा सकती है।
दिल की धड़कन पर प्रभाव
दिल की धड़कन तेज होना
दिनभर ब्लैक कॉफी का सेवन करने से दिल की धड़कन तेज होने की समस्या भी देखी गई है। कुछ व्यक्तियों में रक्तचाप अस्थायी रूप से बढ़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल की समस्याओं वाले लोगों को कैफीन का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
संतुलन बनाए रखना आवश्यक
संतुलन का महत्व
ब्लैक कॉफी पूरी तरह से हानिकारक नहीं है, लेकिन संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। दिन में एक या दो कप ब्लैक कॉफी का सेवन पर्याप्त माना जाता है। इसके साथ ही, पानी का सेवन बढ़ाना और देर शाम कॉफी से बचना बेहतर होता है, ताकि इसके नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सके।
