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भगवान की कृपा पाने के लिए पूजा में ध्यान देने योग्य बातें

भगवान की कृपा पाने के लिए पूजा में ध्यान देने योग्य कई महत्वपूर्ण बातें हैं। इस लेख में हम तुलसी, सूर्य देव, और पंचदेव की पूजा के सही तरीकों के बारे में चर्चा करेंगे। जानें कि कैसे सही विधि से पूजा करने से आप अपने जीवन में खुशियों को आकर्षित कर सकते हैं।
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भगवान की कृपा पाने के लिए पूजा में ध्यान देने योग्य बातें

भगवान की कृपा के लिए पूजा में ध्यान देने योग्य बातें


कौन नहीं चाहता कि भगवान की कृपा हमेशा उन पर बनी रहे? हर किसी की मनोकामना पूरी हो और जीवन में खुशियों की बहार आए। इसी उद्देश्य से लोग देवताओं की पूजा करते हैं। हालांकि, कई बार लोग सुबह और शाम भक्ति में लीन रहते हैं, फिर भी उन्हें वांछित फल नहीं मिलते। जब आप पूरी श्रद्धा से प्रार्थना करते हैं, लेकिन फिर भी परिणाम नहीं मिलते, तो यह समझना कठिन हो जाता है कि गलती कहाँ है। इस संदर्भ में शास्त्र आपकी मदद कर सकते हैं। ग्रंथों में कई बातें बताई गई हैं, जो पूजा में ध्यान न देने पर लाभ नहीं देती हैं।


यदि आप भी भगवान की कृपा पाने के लिए उत्सुक हैं, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें। इसमें हम पूजा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें साझा कर रहे हैं, जिनका ध्यान रखना आवश्यक है।


स्नान के बिना तुलसी को न छुएं


तुलसी को हिंदू धर्म में देवी का दर्जा प्राप्त है। इसलिए, स्नान किए बिना तुलसी को छूना या तोड़ना निषिद्ध है। मान्यता है कि बिना स्नान किए तुलसी को भगवान को अर्पित नहीं किया जा सकता, जिससे पाप लग सकता है और दुखों का सामना करना पड़ सकता है।


तुलसी तोड़ने का निषिद्ध समय


ग्रंथों के अनुसार, रविवार, एकादशी, द्वादशी, संक्रांति और शाम के समय तुलसी तोड़ना वर्जित है। ऐसा करने से अशुभ परिणाम मिल सकते हैं। यदि आप यह गलती कर रहे हैं, तो तुरंत सावधान हो जाएं।


सूर्य देव को अर्घ्य देने का सही तरीका


हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व है, लेकिन सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने के लिए शंख का उपयोग करना गलत है। इसके लिए तांबे के लौटे का उपयोग करना शुभ माना जाता है।


पंचदेव की पूजा का महत्व


भगवान गणेश, भगवान सूर्य, देवी दुर्गा, भगवान शिव और भगवान विष्णु को पंचदेव माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, हवन-पूजन से पहले पंचदेव की पूजा करना अनिवार्य है। यदि रोजाना पूजा संभव न हो, तो उन्हें याद करके दिन की शुरुआत करें। इससे आपके कार्य में बाधा नहीं आएगी।


दूर्वा से जुड़ी विशेष बातें


भगवान श्रीगणेश को दूर्वा चढ़ाना शुभ होता है, लेकिन देवी दुर्गा को अर्पित करना निषिद्ध है। इसलिए देवी दुर्गा की पूजा में दूर्वा का उपयोग न करें। इसके अलावा, रविवार को दूर्वा तोड़ने से बचें, क्योंकि इससे अशुभ परिणाम मिल सकते हैं।


गंगा जल रखने के लिए सही बर्तन


गंगा जल को प्लास्टिक, एल्युमीनियम या लोहे के बर्तनों में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि ये अपवित्र माने जाते हैं। बेहतर होगा कि आप तांबे के बर्तन में गंगा जल रखें, जिससे आपके जीवन में खुशियाँ बनी रहें।