भारत की अर्थव्यवस्था: तीसरे स्थान पर पहुंचने की तैयारी में

भारत की आर्थिक प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
कहा, आने वाले दो से ढाई साल में भारत हासिल कर लेगा यह उपलब्धि
भारत की जीडीपी वृद्धि दर: विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। चाहे सीमा पर तनाव हो या अमेरिका के साथ व्यापारिक विवाद, भारत सरकार अपनी प्रभावी नीतियों के माध्यम से आर्थिक प्रगति को सुनिश्चित कर रही है। यही कारण है कि भारत की जीडीपी अपेक्षा से अधिक तेजी से बढ़ रही है।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दावा किया है कि भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अगले दो से ढाई वर्षों में भारत यह उपलब्धि हासिल कर लेगा। गोयल ने एक दशक पहले की स्थिति से लेकर अब तक भारत के आर्थिक सफर पर प्रकाश डाला।
अर्थव्यवस्था का विकास: पिछले 11 वर्षों में बदलाव
विज्ञान भवन में इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी) के समारोह में गोयल ने कहा कि भारत 2014 में दुनिया की पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में से एक था, लेकिन अब 2025 में यह शीर्ष पांच में शामिल हो गया है। उन्होंने हालिया आर्थिक प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले तिमाही में भारत की जीडीपी में 7.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसे उन्होंने एक रिकॉर्ड बताया। उन्होंने यह भी कहा कि 2047 तक भारत 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
जीएसटी सुधारों का महत्व
गोयल ने नए अवसरों के सृजन के लिए जीएसटी जैसे सुधारों को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि जीएसटी में सुधार व्यापक है और इससे देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी। नए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और उपभोक्ता खर्च में वृद्धि होगी।
चुनौतियों का सामना करने की क्षमता
गोयल ने कहा कि आज भारत इतना सशक्त हो चुका है कि वह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। चाहे वह सीमा पर हो या आर्थिक मोर्चे पर, भारत हर स्थिति में मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि एक दशक पहले देश अपनी अधिकांश आवश्यकताओं के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था, लेकिन अब हम उस स्तर पर पहुंच चुके हैं कि दुनिया के शीर्ष देश भी हमारे साथ व्यापारिक संबंध स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं।