भारत में भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति

भारी बारिश से उत्पन्न संकट
देशभर में पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। सड़कों पर पानी भर गया है, राजमार्गों में बाढ़ आ गई है और नदियां उफान पर हैं। ओडिशा और हिमाचल प्रदेश के मनाली में भीषण बाढ़ की घटनाएं सामने आई हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन की सूचना मिली है। जम्मू-कश्मीर के डोडा क्षेत्र में बादल फटने के कारण वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से कम से कम नौ लोगों की जान चली गई है।
जम्मू-कश्मीर में बाढ़ का प्रभाव
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जम्मू और कश्मीर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक बन गया है। मंगलवार (26 अगस्त) को डोडा जिले में बादल फटने से चार लोगों की मौत हो गई और 10 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा। यह घटना तब हुई जब कठुआ, सांबा, जम्मू, रामबन और किश्तवाड़ में लगातार भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई थी। इससे पहले भी कठुआ और किश्तवाड़ में बादल फटने की घटनाएं हुई थीं।
वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर भूस्खलन
माता वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले मार्ग पर भूस्खलन से 5 लोगों ने गंवाई जान
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर भूस्खलन हुआ, जिसमें 5 लोगों की जान चली गई और 14 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने सभी यात्राओं पर रोक लगा दी है, क्योंकि भूस्खलन वाली जगह पर बचाव अभियान चल रहा है।
स्कूलों को बंद करने के आदेश
भारी बारिश के बीच जम्मू संभाग में स्कूलों को जारी हुए सख्त आदेश
जम्मू कश्मीर में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। कई भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाओं के कारण एहतियात के तौर पर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। डोडा जिले में एक स्थानीय नाले के किनारे टूटने से एक महत्वपूर्ण सड़क बह गई, जिससे क्षेत्र और भी अलग-थलग पड़ गया।