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भारत में विटामिन बी-12 की कमी: सप्लीमेंट्स की बढ़ती मांग के पीछे के कारण

भारत में विटामिन बी-12 की कमी एक गंभीर समस्या बन गई है, खासकर कोरोना महामारी के बाद। विशेषज्ञों का कहना है कि इस विटामिन के सप्लीमेंट्स की मांग में तेजी आई है, जिसका मुख्य कारण लोगों में इम्यूनिटी को लेकर जागरूकता और पोषक तत्वों की कमी है। जानें इसके लक्षण, कारण और कैसे इसे खान-पान से पूरा किया जा सकता है।
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भारत में विटामिन बी-12 की कमी: सप्लीमेंट्स की बढ़ती मांग के पीछे के कारण

विटामिन बी-12 के लक्षण

विटामिन बी-12 के लक्षण: विटामिन बी-12, विटामिन-बी कॉम्पलेक्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह हमारे शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है। हाल ही में, भारत में इस विटामिन की कमी की समस्या बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना महामारी के बाद, इस विटामिन के सप्लीमेंट्स की मांग में काफी इजाफा हुआ है। इसके पीछे दो मुख्य कारण हैं: एक तो मरीजों में पोषक तत्वों की कमी और दूसरा, लोगों में इम्यूनिटी को लेकर जागरूकता का बढ़ना।


विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों की राय


एल्कोमेक्स जीबीएन फार्मा ग्रुप के वैज्ञानिक डॉ. संजय अग्रवाल के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में न्यूट्रास्यूटिकल उद्योग में काफी वृद्धि हुई है, विशेषकर भारत में। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां पोषण और औषधि का संयोजन होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोग विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट्स पर निर्भर हो गए हैं, जबकि इसे खान-पान के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है।


कोरोना के बाद सप्लीमेंट्स की मांग में वृद्धि

कोरोना के बाद सप्लीमेंट्स की मांग में वृद्धि


विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के लंबे समय तक रहने वाले प्रभावों के कारण, लोगों में पोस्ट कोविड सिंड्रोम की समस्या बढ़ गई है, जिससे थकान और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं उत्पन्न हुई हैं। विटामिन बी-12 नर्वस सिस्टम के लिए आवश्यक है, इसलिए लोग इसे अधिक मात्रा में लेने लगे हैं। इसके साथ ही, इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन-सी के साथ बी-12 का सेवन भी किया जा रहा है।


विटामिन बी-12 सप्लीमेंट का बढ़ता बाजार

विटामिन बी-12 सप्लीमेंट का बढ़ता बाजार


विटामिन बी-12 सप्लीमेंट का बाजार मूल्य 2024 में लगभग 400 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2030 तक 650 अरब डॉलर को पार कर सकता है। भारत में, विटामिन बी-12 सप्लीमेंट की बिक्री 2017 में 26,000 करोड़ रुपये थी, जो 2022 में बढ़कर 65,000 करोड़ रुपये हो गई है और 2025 तक यह 18 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।


विटामिन बी-12 की कमी के कारण

विटामिन बी-12 की कमी के कारण


भारत में शाकाहारी आहार के कारण विटामिन बी-12 की कमी आम है, जिससे एनीमिया, थकान और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं। विटामिन बी-12, जिसे कोबालामिन भी कहा जाता है, शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण, डीएनए के विकास और मेटाबॉलिज्म के लिए आवश्यक है।


विटामिन बी-12 की कमी के संकेत

विटामिन बी-12 की कमी के संकेत



  • थकान और कमजोरी।

  • सिरदर्द और नींद की समस्या।

  • त्वचा, आंखों और नाखूनों का पीला होना।

  • नाखूनों का कमजोर होना।

  • शरीर में दर्द।

  • मानसिक समस्याएं जैसे तनाव और चिंता।


विटामिन बी-12 के प्राकृतिक स्रोत

विटामिन बी-12 के प्राकृतिक स्रोत



  • मांसाहारी भोजन जैसे चिकन, अंडा और मछली।

  • डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और घी।

  • आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ।