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भुवनेश्वर नगर निगम अधिकारी पर हमला: वायरल वीडियो में दिखा हाई वोल्टेज ड्रामा

ओडिशा के भुवनेश्वर में नगर निगम के एक अधिकारी पर हमला करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस घटना में अधिकारी रत्नाकर साहू को लात-घूंसों से पीटा गया और उन्हें दफ्तर से बाहर खींचा गया। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और प्रशासन की प्रतिक्रिया।
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भुवनेश्वर नगर निगम अधिकारी पर हमला: वायरल वीडियो में दिखा हाई वोल्टेज ड्रामा

नगर निगम अधिकारी पर हमला

भुवनेश्वर नगर निगम अधिकारी पर हमला: ओडिशा में एक पुलिस अधिकारी द्वारा प्रदर्शनकारियों को गंभीर रूप से चोट पहुँचाने का निर्देश देने वाला एक वीडियो वायरल हुआ था। अब एक और वीडियो सामने आया है जिसमें भुवनेश्वर नगर निगम के एक अधिकारी पर कुछ लोगों ने हमला किया। नगर निगम कार्यालय में यह घटना हुई, जहां लोगों ने अधिकारी को लात-घूंसों से पीटा, धक्के मारे और उन्हें दफ्तर से बाहर खींच लिया। इस हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। पीड़ित की पहचान नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू के रूप में हुई है।




पुलिस ने FIR दर्ज की

अधिकारी ने पुलिस में दुर्व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज की और जीवन राउत, रश्मि महापात्रा और देबाशीष प्रधान नामक तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। नगर निगम के अधिकारी के साथ हुई इस बदसलूकी के खिलाफ बीजू जनता दल (बीजद) के पार्षदों और BMC के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने भुवनेश्वर के व्यस्त जनपथ रोड को अवरुद्ध कर दिया। ओडिशा प्रशासनिक सेवा संघ ने इस हमले के विरोध में सामूहिक अवकाश का आह्वान किया है। ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और BMC की महापौर सुलोचना दास ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है।


मारपीट का कारण

रत्नाकर साहू ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि जन शिकायतों की सुनवाई के दौरान उन पर हमला किया गया। जब वह शिकायतों की सुनवाई कर रहे थे, तभी कुछ लोग अचानक उनके चैंबर में घुस आए। उन्होंने साहू का कॉलर पकड़कर खींचते हुए बाहर ले जाने का प्रयास किया। सुबह करीब साढ़े 11 बजे यह घटना हुई। आरोपियों में से एक जीवन राउत भी पार्षद हैं, जिन्होंने अपने साथ 5-6 लोगों को लाया था। चैंबर में घुसते ही जीवन राउत ने साहू से पूछा कि क्या उन्होंने जग भाई के साथ दुर्व्यवहार किया है। जब साहू ने इनकार किया, तो वे लोग हाथापाई करने लगे। उन्होंने साहू को जमीन पर धक्का देकर गिरा दिया और फिर उन्हें ऑफिस से बाहर फेंक दिया।