मटके का पानी: सेहत के लिए अनमोल लाभ

मटके के पानी के फायदे
मटके का पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसका तापमान सामान्य होता है, जो शरीर को ठंडक प्रदान करता है। मटके का पानी कई बीमारियों से बचाता है, जबकि फ्रिज का ठंडा पानी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं मटके के पानी के फायदों के बारे में।
1. एक अध्ययन के अनुसार, मटके में रखा पानी फ्रिज के पानी की तुलना में अधिक गुणकारी होता है। मिट्टी में कई रोगों से लड़ने की क्षमता होती है, जो पानी में मिलकर इसके स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को स्वस्थ रखता है।
2. मटके का पानी पाचन क्रिया को सुधारता है। इसे नियमित रूप से सर्दी और गर्मी में पीना चाहिए, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। मटके का पानी टेस्टोस्टेरोन के स्तर को भी बढ़ाता है।
3. मटके का पानी शरीर की अशुद्धियों को दूर करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। यह पेट की पथरी और लिवर की गंदगी को भी साफ करता है।
4. मटके का पानी इम्यूनिटी को बढ़ाता है। यह फ्रिज के पानी की तुलना में अधिक फायदेमंद है, क्योंकि यह हल्का और ठंडा होता है, जो कब्ज और एसिडिटी की समस्याओं को दूर करता है।
5. मटके का पानी पीने से घमोरियां नहीं होती हैं। यह शरीर से अतिरिक्त नमक को यूरिन के माध्यम से बाहर निकालता है, जिससे घमोरियों की समस्या नहीं होती।
6. लकवे से पीड़ित व्यक्तियों को मिट्टी के बर्तन में रखा पानी देना चाहिए, न कि स्टील या प्लास्टिक में। फ्रिज का पानी लकवे से पीड़ित व्यक्तियों के लिए हानिकारक होता है। मटके का पानी मांसपेशियों में खिंचाव को कम करता है और लकवे के प्रभाव को भी धीरे-धीरे कम करता है।
7. मटके का ठंडा पानी पीने से मोटापा नहीं बढ़ता और पेट बाहर नहीं निकलता, जबकि फ्रिज का ठंडा पानी मोटापा बढ़ा सकता है।
8. मटके का पानी फेफड़ों और आंतों के लिए फायदेमंद होता है, जिससे इन अंगों में जमा गंदगी बाहर निकलती है।
9. फ्रिज का ठंडा पानी दांतों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे दांतों में संवेदनशीलता और कमजोरी आ सकती है। जबकि मटके का पानी दांतों को मजबूत और चमकदार बनाता है।
10. मटके का पानी पीने से सीने में जमा कफ बाहर निकल जाता है, जबकि फ्रिज का पानी कफ को और अधिक कठोर बना सकता है।
11. फ्रिज का ठंडा पानी पीने से बार-बार प्यास लगती है, जिससे गर्म खून ठंडा होने लगता है और अधिक ऊर्जा की खपत होती है। जबकि मटके का पानी पीने से प्यास कम लगती है और ऊर्जा बनी रहती है।