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मधुमेह में सही बैठने की मुद्रा: ब्लड शुगर नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण

मधुमेह के रोगियों के लिए ब्लड शुगर को नियंत्रित करना एक चुनौती है, लेकिन खानपान के बाद की आदतें महत्वपूर्ण हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खाने के बाद की मुद्रा, जैसे सीधे बैठना या हल्की गतिविधि करना, ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है। जानें कैसे सही बैठने की मुद्रा और हल्की गतिविधि आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती है।
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मधुमेह में सही बैठने की मुद्रा: ब्लड शुगर नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण

मधुमेह में बैठने की सही मुद्रा

मधुमेह में बैठने की मुद्रा: ब्लड शुगर को नियंत्रित करना मधुमेह के रोगियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन भोजन के बाद की कुछ आदतें इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खाने के तुरंत बाद शरीर की स्थिति, जैसे बैठना या लेटना, ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकती है।


खाने के बाद सोफे पर न लेटें

शोध और चिकित्सकीय अनुभव बताते हैं कि खाने के बाद सोफे पर पीठ टिकाकर लेटना ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। इसके बजाय, यदि व्यक्ति कुछ समय सीधे बैठता है या हल्की शारीरिक गतिविधि करता है, जैसे टहलना, तो इससे न केवल पाचन में सुधार होता है, बल्कि शरीर में ग्लूकोज का अवशोषण भी धीरे-धीरे होता है। विशेष रूप से मधुमेह के रोगियों को खाने के बाद सीधे बैठने की सलाह दी जाती है। झुककर या आराम से बैठने से पेट पर दबाव पड़ता है, जिससे पाचन धीमा होता है और ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है।


हल्की गतिविधि करें

हल्की गतिविधि करें

विशेषज्ञों के अनुसार, खाने के लगभग 15 से 30 मिनट के भीतर हल्की गतिविधि करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है। लंबे समय तक बैठे रहना या तुरंत लेटना शरीर में शुगर के असंतुलन को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए, यदि आप ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना चाहते हैं, तो सही मुद्रा में बैठना और सक्रिय रहना आपकी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए। इसके साथ ही, एक स्वस्थ जीवनशैली और संतुलित आहार भी उतना ही आवश्यक है।