महिलाओं में पीरियड्स के डिले होने के कारण और समाधान
पीरियड्स का डिले होना: एक सामान्य समस्या
महिलाओं के लिए हर महीने पीरियड्स का सही समय पर आना अत्यंत महत्वपूर्ण है। हाल के समय में, पीरियड्स का डिले होना या स्किप होना एक आम समस्या बन गई है, जिससे अधिकांश महिलाएं प्रभावित होती हैं। यदि आपके पीरियड्स नियमित रूप से नहीं आ रहे हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए चिंता का विषय हो सकता है। कई कारणों से पीरियड्स में देरी हो सकती है, जैसे तनाव, हार्मोनल परिवर्तन, या जीवनशैली में बदलाव। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं? पीरियड्स का देर से आना इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके अंडाशय में अंडे का निर्माण नहीं हो रहा है। आइए जानते हैं कि पीरियड्स के डिले होने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं।
पीरियड्स के डिले होने के कारण
- विशेषज्ञों के अनुसार, पीरियड्स का समय पर न आना कई कारणों से हो सकता है। जैसे कि पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) के कारण पीरियड्स में देरी हो सकती है।
- इसका मतलब यह नहीं है कि आपके अंडाशय काम नहीं कर रहे हैं या अंडे का निर्माण नहीं हो रहा है, बल्कि यह दर्शाता है कि आपके अंडाशय अत्यधिक सक्रिय हैं।
- जब पीरियड्स में देरी होती है, तो यह पीसीओडी का संकेत हो सकता है। आपकी ओवरीज अंडे का निर्माण तो करती हैं, लेकिन वे रिलीज नहीं हो पाते, जिससे गर्भधारण में कठिनाई होती है।
- पीसीओडी के दौरान, शरीर में अपरिपक्व अंडे बनते हैं जो रिलीज नहीं हो पाते। यदि आपके पीरियड्स 35 दिनों से अधिक समय तक नहीं आते हैं, तो यह एक गंभीर समस्या हो सकती है।
- यदि अचानक से पीरियड्स का प्रवाह बढ़ जाता है, तो यह शरीर में असंतुलन या पीसीओडी का संकेत हो सकता है। यदि आप पहले 3 पैड बदलती थीं और अब 5-6 पैड बदलने की आवश्यकता महसूस कर रही हैं, तो यह चिंता का विषय है।
- पीरियड्स के दौरान एक्ने, ओव्यूलेशन के समय क्रेविंग्स, और मूड में अचानक बदलाव जैसे लक्षणों पर ध्यान देना आवश्यक है।
- तनाव भी हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, जिससे पीरियड्स में देरी होती है।
