Newzfatafatlogo

माइग्रेन से राहत पाने के उपाय: जानें इसके लक्षण और बचाव

माइग्रेन एक गंभीर समस्या है जो लाखों लोगों को प्रभावित करती है। मौसम में बदलाव, तनाव और नींद की कमी जैसे कारक इसके दौरे को बढ़ा सकते हैं। इस लेख में, हम माइग्रेन के लक्षणों, इसके कारणों और इससे राहत पाने के उपायों पर चर्चा करेंगे। ओमेगा-3 फैटी एसिड और एक्यूप्रेशर जैसे उपायों से आप अपने माइग्रेन के दौरे को नियंत्रित कर सकते हैं। जानें और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं।
 | 
माइग्रेन से राहत पाने के उपाय: जानें इसके लक्षण और बचाव

माइग्रेन: एक गंभीर समस्या


अमेरिकन माइग्रेन फ़ाउंडेशन के अनुसार, मौसम में बदलाव, थकान, तनाव, चिंता, नींद की कमी, निर्जलीकरण और हार्मोनल परिवर्तन माइग्रेन के दौरे का कारण बन सकते हैं, विशेषकर महिलाओं में। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 1 अरब लोग वैश्विक स्तर पर माइग्रेन से प्रभावित हैं। इसके अलावा, समय पर भोजन न करना, अत्यधिक व्यायाम और शराब का सेवन भी इसे बढ़ा सकते हैं। आइए, माइग्रेन के बारे में और जानें और इससे बचने के उपायों पर चर्चा करें।


माइग्रेन क्या है?

विशेषज्ञों का कहना है कि माइग्रेन केवल सिरदर्द नहीं है, बल्कि यह मस्तिष्क के कार्य करने के तरीके को भी प्रभावित करता है। यह दर्द मस्तिष्क और गर्दन से आने वाले संकेतों में गड़बड़ी का परिणाम होता है। इस दौरान, CGRP नामक एक विशेष रसायन निकलता है जो सिर की नसों को प्रभावित करता है, जिससे दर्द की शुरुआत होती है। इसके बाद लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं।


माइग्रेन के लक्षण

यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक प्रभावित करती है। माइग्रेन के लक्षण सभी में समान नहीं होते, लेकिन कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:


जब दर्द शुरू होता है, तो खाने की इच्छा बढ़ जाती है।


चिड़चिड़ापन और थकान महसूस होना।


जम्हाई आना या नींद आना।


गर्दन में दर्द भी हो सकता है।


इनसे राहत पाने के लिए नियमित रूप से खाना खाएँ और निर्जलीकरण से बचें।


नाश्ता छोड़ना या भोजन के बीच लंबा अंतराल भी कभी-कभी माइग्रेन का कारण बन सकता है।


ओमेगा-3 फैटी एसिड के लाभ

ओमेगा-3 एक आवश्यक फैटी एसिड है, जो कम वसा वाली मछली, अलसी के बीज, अखरोट और अंडे में पाया जाता है। इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करने से माइग्रेन में राहत मिल सकती है। इसके अलावा, कद्दू के बीज, पाइन नट्स और पिस्ता जैसे ओमेगा-6 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ भी सिरदर्द में सहायक होते हैं।


एक्यूप्रेशर से मांसपेशियों का तनाव कम करें

गर्दन और कंधों में जकड़न अक्सर माइग्रेन या सिरदर्द का कारण बनती है। इससे राहत पाने के लिए एक्यूप्रेशर बहुत प्रभावी हो सकता है। हालांकि, इसे स्वयं करने के बजाय किसी विशेषज्ञ से करवाना अधिक लाभकारी हो सकता है।


सिर की मालिश का महत्व

सिर की मालिश या चंपी से भी काफी आराम मिलता है। यह तनाव को कम करता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है। मालिश के लिए किसी वाहक तेल में लैवेंडर, पुदीना या तुलसी के तेल की कुछ बूँदें मिलाने से भी लाभ होता है।


माइग्रेन को बढ़ाने वाली चीजें

डॉक्टरों का मानना है कि पनीर, केला, चॉकलेट और कैफीन युक्त चीजें माइग्रेन के कई रोगियों में ट्रिगर का काम करती हैं। इसलिए, अपने ट्रिगर्स को पहचानना और उनसे बचना महत्वपूर्ण है।