Newzfatafatlogo

माता वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू, श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान

माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यात्रा गुरुवार से पुनः शुरू हो गई है। खराब मौसम के कारण पहले इसे स्थगित किया गया था। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा के संचालन में विशेष सावधानी बरती जा रही है। जानें इस यात्रा के बारे में और क्या-क्या सुरक्षा उपाय किए गए हैं।
 | 
माता वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू, श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान

यात्रा की पुनरारंभ की घोषणा

नई दिल्ली: माता वैष्णो देवी के दर्शन के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए एक सुखद समाचार है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर सूचित किया है कि गुरुवार से यात्रा फिर से आरंभ हो गई है। मौसम में सुधार के बाद यात्रा को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी गई है। बोर्ड ने लिखा, 'जय माता दी। श्री माता वैष्णो देवी यात्रा आज से पुनः प्रारंभ हुई।'


पंजीकरण काउंटर का पुनः संचालन

माता वैष्णो देवी के लिए तीर्थयात्रा पंजीकरण काउंटर गुरुवार सुबह 4 बजे से फिर से चालू हो गया है, जिसे पहले खराब मौसम के कारण बंद कर दिया गया था। इससे पहले, लगातार भारी बारिश के कारण 14 सितंबर से शुरू होने वाली यात्रा को स्थगित कर दिया गया था। यह जानकारी श्राइन बोर्ड ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की थी।


सुरक्षा के मद्देनजर निर्णय

श्राइन बोर्ड ने यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया था। उन्होंने पहले कहा था, 'जय माता दी। भवन और यात्रा मार्ग पर लगातार बारिश के कारण 14 सितंबर (रविवार) से शुरू होने वाली माता वैष्णो देवी यात्रा अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है। भक्तों से अनुरोध है कि वे अगले आधिकारिक आदेश की प्रतीक्षा करें।'


भूस्खलन की घटना

ज्ञात हो कि जम्मू संभाग में 26 अगस्त को अत्यधिक खराब मौसम के चलते माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर भूस्खलन हुआ था, जिसमें 35 से अधिक तीर्थयात्रियों की जान चली गई थी और 10 से अधिक लोग घायल हुए थे। इसके कारण माता वैष्णो देवी यात्रा को स्थगित कर दिया गया था। कटरा में भूस्खलन के बाद प्रशासन ने होटल और धर्मशालाओं को खाली करने का आदेश दिया था।


आलोचना और जांच

भूस्खलन के बाद माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आलोचना की गई थी। जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने यात्रा के प्रबंधन में लगे अधिकारियों को दोषी ठहराया था। इसके बाद, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तीन दिन बाद माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर अर्धकुंवारी के पास हुई भूस्खलन की घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करने का आदेश दिया था।