मास्क पहनने से होने वाले स्किन इन्फेक्शन और उनके उपाय

मास्क पहनने के दुष्प्रभाव
हेल्थ कार्नर: मास्क का उपयोग हमारी त्वचा पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। मास्क पहनने से त्वचा में मौजूद तेल और पसीना एकत्रित होकर बैक्टीरिया, संक्रमण और फंगस का कारण बन सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप त्वचा पर दाने निकल आते हैं, जिसे मास्कने कहा जाता है। ये दाने असल में त्वचा में होने वाले संक्रमण के संकेत हैं। बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं, इसलिए इनका उपचार आवश्यक है। इसके अलावा, त्वचा पर एलर्जी या रैशेज भी हो सकते हैं, जिससे त्वचा लाल हो जाती है और पपड़ी निकलने लगती है। रोज़ेशीया जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, जिसमें नाक और गाल का क्षेत्र लाल हो जाता है। इसे बटरफ्लाई एरिया भी कहा जाता है। इसके अलावा, डेड स्किन सेल्स के जमा होने से ब्लैक हेड्स और वाइट हेड्स की समस्या भी बढ़ सकती है।
मास्क द्वारा कवर किया गया क्षेत्र आमतौर पर ऑइली होता है, जहां पसीना और सांस की ड्रॉपलेट्स जमा हो जाती हैं। यह क्षेत्र बैक्टीरिया, फंगस और वायरस के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है।
स्किन समस्याओं से बचने के उपाय
इससे कैसे बचे…. ?
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें, लेकिन अकेले में इसे हटा दें।
- यदि आप स्किन प्रोडक्ट्स या मेकअप का उपयोग कर रहे हैं, तो मास्क पहनने से पहले इसे हटाना बेहतर है।
- मास्क वाले क्षेत्र पर मेकअप न लगाएं।
- कई लोग प्रोफेशनल या सर्जिकल मास्क का उपयोग करते हैं, जो कभी-कभी एलर्जी का कारण बन सकते हैं।
- कपड़े के मास्क को नियमित रूप से धोते रहें, लेकिन बहुत मजबूत साबुन का उपयोग न करें। बेबी शैम्पू एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- मास्क को बहुत टाइट या बहुत ढीला न पहनें।
- जहां मास्क त्वचा से रगड़ता है, वहां एलर्जी हो सकती है।
- यदि आप सीढ़ियाँ चढ़ रहे हैं या जॉगिंग कर रहे हैं, तो उस समय मास्क हटा सकते हैं।