मुस्लिम युवक ने प्रेमानंद महाराज को किडनी दान करने की जताई इच्छा

सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
नर्मदापुरम: मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले से एक प्रेरणादायक खबर आई है, जिसमें एक मुस्लिम युवक, आरिफ खान चिश्ती, ने वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज को अपनी एक किडनी दान करने का प्रस्ताव रखा है। आरिफ ने इस संबंध में संत को एक भावुक पत्र लिखा है, जो अब चर्चा का विषय बन गया है।
इटारसी के निवासी आरिफ खान चिश्ती ने संत प्रेमानंद महाराज के विचारों और उनके सत्संग से प्रेरित होकर यह निर्णय लिया। उन्होंने अपना पत्र महाराज जी के समूह को ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा है। पत्र में आरिफ ने लिखा, 'महाराज जी, मैं आपके वीडियो देखता हूं और आपके आचरण से बहुत प्रभावित हूं। आप हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक हैं और समाज में प्रेम और शांति का संदेश फैलाते हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे मीडिया से जानकारी मिली है कि आपकी दोनों किडनियां खराब हैं। इस नफरत भरे माहौल में आपके जैसे संतों का होना बहुत आवश्यक है। आपके स्वास्थ्य की चिंता करते हुए, मैं स्वेच्छा से आपको अपनी एक किडनी दान करना चाहता हूं। कृपया मेरे इस छोटे से उपहार को स्वीकार करें।'
यह ध्यान देने योग्य है कि संत प्रेमानंद महाराज के देश-विदेश में लाखों अनुयायी हैं और हर धर्म के लोग उनके सत्संग में शामिल होने के लिए वृंदावन आते हैं। महाराज जी ने बताया है कि उनकी दोनों किडनियां पिछले 10 वर्षों से खराब हैं और वे प्रभु की इच्छा के अनुसार जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
यह पहली बार नहीं है जब किसी ने महाराज जी को अपनी किडनी दान करने का प्रस्ताव दिया है। इससे पहले, बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा ने भी वृंदावन में सत्संग के दौरान उनसे मिलकर अपनी किडनी दान करने की इच्छा व्यक्त की थी। आरिफ खान का यह कदम नफरत के इस दौर में प्रेम और मानवता का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करता है।