Newzfatafatlogo

मेरठ अस्पताल में लापरवाही: घायल युवक की मौत से उठी सवालों की लहर

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक युवक की सड़क दुर्घटना के बाद अस्पताल में लापरवाही से मौत हो गई। 30 वर्षीय सुनील को समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिली, जिससे उसकी जान चली गई। इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें डॉक्टरों की लापरवाही स्पष्ट दिखाई दे रही है। अस्पताल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है। इस मामले की जांच के लिए दो समितियों का गठन किया गया है। जानें इस चौंकाने वाली घटना के बारे में और क्या कदम उठाए गए हैं।
 | 
मेरठ अस्पताल में लापरवाही: घायल युवक की मौत से उठी सवालों की लहर

मेरठ अस्पताल में हुई चौंकाने वाली घटना

Meerut Hospital: उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां एक सड़क दुर्घटना में घायल युवक को समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिलने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी। 30 वर्षीय सुनील को पुलिस ने लाला लाजपत राय मेमोरियल (LLRM) मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन वार्ड में गंभीर स्थिति में भर्ती कराया, लेकिन वहां तैनात डॉक्टर सोते रहे। इलाज की कमी के कारण सुनील ने दम तोड़ दिया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक डॉक्टर को एसी के नीचे आराम करते हुए और एक महिला को उन्हें जगाने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के प्रकाश में आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो जूनियर डॉक्टरों को निलंबित कर दिया।


घायल सुनील की दर्दनाक स्थिति

घायल सुनील ने तड़पते हुए तोड़ा दम

सोमवार शाम को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल सुनील को अस्पताल लाया गया था। लेकिन जब उसे तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता थी, तब डॉ. भूपेश कुमार राय और अनिकेत ड्यूटी पर सोते रहे। सुनील स्ट्रेचर पर खून से लथपथ पड़ा था और दर्द से कराह रहा था, लेकिन डॉक्टरों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

वायरल वीडियो 

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में एक डॉक्टर को एयर कंडीशनर के सामने आराम करते हुए देखा गया। एक महिला, जो एक बच्चे और दवा का पर्चा लिए हुई थी, उसे जगाने की कोशिश करती दिखी। वहीं दूसरी ओर, सुनील गंभीर स्थिति में पड़ा था। इस वीडियो ने अस्पताल की व्यवस्था में खामियों को उजागर किया है।


डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई

डॉक्टरों पर कार्रवाई

वीडियो वायरल होते ही अस्पताल प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दोनों जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही, पूरे मामले की जांच के लिए दो अलग-अलग समितियों का गठन किया गया है। मेडिकल कॉलेज की ओर से गठित समिति में डॉ. अनुपम वर्मा, सहायक प्रोफेसर शशांक जिंदल और सहायक प्रोफेसर कृतेश मिश्रा शामिल हैं। यह पैनल तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।


जिलाधिकारी की जांच टीम

जिलाधिकारी की जांच टीम 

जिलाधिकारी द्वारा गठित दूसरी जांच समिति में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कटारिया, एडीएम सिटी बृजेश सिंह और एसीएमओ डॉ. प्रवीण गौतम शामिल हैं। दोनों समितियों को जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।