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मेरठ में बस अड्डों का स्थानांतरण: जाम की समस्या का समाधान

मेरठ में ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए भैंसाली बस अड्डे को शहर से बाहर स्थानांतरित किया जा रहा है। नए बस अड्डों का निर्माण भूडबराल और मोदीपुरम में किया जाएगा, जिससे 400 से अधिक बसें सीधे नए स्थानों पर पहुंचेंगी। इस प्रक्रिया में भूमि अधिग्रहण पूरा हो चुका है और प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। जानें इस महत्वपूर्ण विकास के बारे में और कैसे यह शहरवासियों के लिए राहत का कारण बनेगा।
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मेरठ में बस अड्डों का स्थानांतरण: जाम की समस्या का समाधान

मेरठ में बस अड्डों का स्थानांतरण


Uttar Pradesh News: मेरठ में ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। भैंसाली बस अड्डा अब शहर के बाहर स्थानांतरित किया जाएगा। इसके परिणामस्वरूप, विभिन्न राज्यों से आने वाली 400 से अधिक बसें सीधे नए बस अड्डों पर पहुंचेंगी, जिससे शहर के भीतर यातायात में कमी आएगी। एनसीआरटीसी की देखरेख में भूडबराल और मोदीपुरम में नए बस अड्डों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों को जाम से राहत मिलेगी और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।


बस अड्डे के स्थानांतरण की प्रक्रिया मेरठ में तेजी से चल रही है। भैंसाली बस अड्डे की जगह भूडबराल और मोदीपुरम में नए बस अड्डे स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए चार गांवों से 39,930 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण सफलतापूर्वक किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही भूमि मालिकों के खातों में मुआवजा राशि भेजी जाएगी।


भूमि अधिग्रहण की जानकारी


भूडबराल बस अड्डे के लिए 28,082 वर्ग मीटर और मोदीपुरम बस अड्डे के लिए 11,848 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। नए बस अड्डों के निर्माण से शहर में ट्रैफिक जाम में कमी आएगी और यात्रियों को बेहतर परिवहन सेवाएं मिलेंगी। इस प्रक्रिया से प्रभावित परिवारों को भी राहत दी जाएगी। कुल 79 परिवारों को पुनर्वास नीति के तहत 5.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।


प्रभावित परिवारों को सहायता राशि


मेरठ में जाम की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने बस अड्डों को शहर से बाहर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। भूडबराल, सिवाया, पल्हैड़ा और दुल्हैड़ा गांवों की भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। भूडबराल बस अड्डे की भूमि पर 31 परिवार और मोदीपुरम बस अड्डे की भूमि पर 48 परिवार प्रभावित हो रहे हैं। कमिश्नर डॉ. हृषिकेश भास्कर यशोद ने सभी प्रभावित परिवारों को सहायता राशि देने की अनुमति दे दी है, जिससे उन्हें नए सिरे से बसने और जीवनयापन में सहूलियत मिलेगी।


जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने बताया कि जल्द ही इस भूमि पर कब्जा लेकर इसे एनसीआरटीसी को बस अड्डों के निर्माण के लिए सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों नए बस अड्डों का निर्माण शीघ्र किया जाएगा ताकि शहरवासियों को जाम से मुक्ति मिल सके और यात्रियों को शहर के बाहर ही आधुनिक बस अड्डों की सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।