यमुना नदी की सफाई के लिए नई पहल: पीने योग्य पानी का लक्ष्य
यमुना नदी की सफाई का नया मॉडल
दिल्ली सरकार और केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने यमुना नदी की सफाई के लिए एक नया और अभिनव मॉडल विकसित किया है, जिसका उद्देश्य अगले लोकसभा चुनाव से पहले यमुना का पानी पीने योग्य बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महत्वाकांक्षी योजना को गति देने के लिए निर्देश दिए हैं कि अगले डेढ़ साल में यमुना का पानी नहाने योग्य और तीन साल में पीने योग्य होना चाहिए। पीएम मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह और जल शक्ति मंत्री के साथ बैठक में कहा, "अगले डेढ़ साल में यमुना का पानी नहाने लायक और तीन साल बाद पीने लायक होना चाहिए।" इस परियोजना की निगरानी गृहमंत्री अमित शाह स्वयं कर रहे हैं.
सफाई कार्य की प्रगति और जलकुंभी हटाने की प्रक्रिया
यमुना नदी की सफाई का तीसरा चरण वर्तमान में सक्रिय है। नदी से जलकुंभी हटाने का कार्य आधुनिक मशीनों जैसे ट्रैश स्किमर, रोबोटिक ट्रैश कलेक्टर, और एक्सकेवेटर के माध्यम से किया जा रहा है। इस अभियान में प्रतिदिन 9 घंटे काम किया जा रहा है, जिसमें 140 घनमीटर जलकुंभी निकाली जा रही है। वजीराबाद पुल और सोनिया विहार जैसे प्रमुख स्थानों पर जलकुंभी की सफाई पूरी हो चुकी है। 45 दिनों के लक्ष्य में से 20 दिन का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है.
ड्रेजिंग और नए एसटीपी की योजना
जलकुंभी हटाने के बाद, नदी की तलहटी को साफ करने के लिए ड्रेजिंग की जाएगी ताकि पानी का प्रवाह सुचारु बना रहे। इसके साथ ही, नालों से आने वाले गंदे पानी को उपचारित करने के लिए नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इन एसटीपी के माध्यम से नालों के पानी को यमुना में मिलने से पहले शुद्ध किया जाएगा, जिससे हानिकारक रसायनों और गंदगी को हटाया जा सके.
जन जागरूकता के लिए वॉलंटियर्स की भर्ती
यमुना की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए 500 वॉलंटियर्स की भर्ती की जा रही है। ये वॉलंटियर्स नदी किनारे तैनात रहकर लोगों को गंदगी या पूजा सामग्री फेंकने से रोकेंगे और जागरूकता फैलाएंगे.
मिशन मोड में सफाई की प्रक्रिया
दिल्ली में बीजेपी सरकार के गठन के बाद यमुना सफाई को लेकर केंद्र सरकार की गंभीरता बढ़ी है। जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल स्वयं इस परियोजना की निगरानी कर रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले सप्ताह जल शक्ति मंत्रालय और दिल्ली सरकार के साथ बैठक कर अब तक की प्रगति की समीक्षा की और भविष्य के रोडमैप पर चर्चा की.
